क्या आप भी हिमालय की गोद में बसे सिक्किम का इतिहास जानने और इस राज्य की यात्रा करने के इच्छुक हैं? अगर हाँ, तो आपको भी एक बार सिक्किम घूमने के लिए जाना ही चाहिए। आपको बता दें कि यह राज्य देखने में ऐसा लगता है जैसे साक्षात प्रकृति ने इसे संवारा और सजाया हो।
इतना ही नहीं यदि आपको Shopping करने का शौक है, तो यहां पर आपको ऐसी बहुत सारी चीजें मिल जाएंगी, जिन्हें आप खरीदकर अपने पास यादगार के तौर पर रख सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको सिक्किम से जुड़ी हुई सभी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी देंगे, जिससे कि जब आप इस स्टेट का Tour Plan करें, तो आपको सारी बातें पूरी तरह से क्लियर हों। तो सिक्किम राज्य के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
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अगर आपको भी है प्रकृति से प्यार, तो आज ही बनायें सिक्किम जाने का विचार
सिक्किम राज्य में आपको पहाड़ों की खूबसूरती को देखने के अलावा हरियाली के दर्शन करने को भी मिलते हैं। अगर आप किसी ऐसी जगह पर जाना चाहते हैं, जहां पर प्रदूषण (Pollution) बिल्कुल ना हो, तो यकीन मानिए कि आपको यह राज्य बिल्कुल भी मायूस नहीं करेगा। खूबसूरत नजारों के अलावा आप यहां पर Traditional खानों का मजा भी ले सकते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको सिक्किम के इतिहास के बारे में, यंहा के रहने वाले लोगों का खान-पान, रीति-रिवाज, इस राज्य में बोले जाने वाली भाषा, जीवन शैली, राजकीय नृत्य, और सिक्किम में घूमने वाले प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बात करेंगे।
सिक्किम का इतिहास क्या है? (History of Sikkim in Hindi)
History of Sikkim in Hindi: ऊंचे ऊंचे पहाड़ों और रंग बिरंगे फूलों से भरा हुआ सिक्किम भारत का एक अत्यधिक सुंदर राज्य है। यह राज्य 7096 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है और इसकी राजधानी गंगटोक है। यहां पर हिंदी, नेपाली, भूटिया और लेपचा भाषाएं बोली जाती हैं।
अगर सिक्किम के इतिहास की बात की जाए, तो यह तकरीबन 350 वर्ष पुराना है। यहां पर सबसे पहले फुन्त्सोंग नाम्ग्याल ने शासन किया था। ऐसा कहा जाता है कि सन 1642 से इस राज्य में राजतंत्र कायम कर दिया गया था। फिर जब भारत आजाद हुआ, तो कुछ वर्षों बाद इसे भारत के एक स्वतंत्र राज्य के रूप में जाना गया। इस तरह सन् 1947 के बाद 15 मई 1975 को इस अद्भुत राज्य का गठन किया गया और राजतंत्र यहां से पूरी तरह खत्म कर दिया गया। यही वजह है कि 15 मई को सिक्किम दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। मौजूदा समय में यह हमारे भारत का 22 वां राज्य है।
दुनिया भर में Famous दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी चोटी कंचनजंगा भी सिक्किम में स्थित है। इसके अलावा आपको बता दें कि सिक्किम की राजधानी बेहद आकर्षक और अद्भुत नजारों वाली जगहों से भरी हुई है। यह शहर इतना ज्यादा प्रसिद्ध है कि यहां पर भारी मात्रा में टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं।
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सिक्किम राज्य से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स
राज्य का नाम | सिक्किम |
राजधानी का नाम | गंगटोक |
कब स्थापना हुई | 16 मई 1975 में |
क्षेत्रफल | लगभग 7096 वर्ग किलोमीटर |
कुल जिले | चार |
कुल जनसंख्या | तकरीबन 607688 |
जनसंख्या का घनत्व | 86 |
साक्षरता | 82.28% |
बोली जाने वाली भाषाएं | लेपचा, हिंदी, नेपाली, लिम्बू, भूरिया, अंग्रेजी, सिक्किमी, तमंग |
किस लिए फेमस है | दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा और 8 मठों के लिए |
सिक्किम राज्य की संस्कृति (Culture of Sikkim in Hindi)
सिक्किम राज्य के अंदर कई प्रकार के लोग रहते हैं और इस वजह से यहां पर आपको 22 अलग-अलग तरह के समुदायों के लोगों से मिलने का Chance मिल सकता है। आमतौर पर यहां पर नेपाली, भूटिया, लेपचा समुदाय के लोग रहते हैं। यही कारण है कि यहां पर एक नहीं, बल्कि मिश्रित संस्कृति की झलक दिखाई देती है। लेकिन इस राज्य में आपको बौद्ध धर्म के अनुयायियों की संख्या सबसे अधिक मिलेगी।
यहां के लोग आमतौर पर बहुत ही Simple और सीधे मिजाज़ के होते हैं। वहीं ये लोग बुनाई में भी बहुत ज्यादा Efficient होते हैं। इसके अलावा ये लोग बांस और केन से अनेकों तरह की कलात्मक वस्तुओं को बनाने में Expert होते हैं। साथ ही आपको बता दें कि यहां की शिल्पकला बहुत ही ज्यादा अद्भुत है, जिसमें चोकसी टेबल को बहुत ज्यादा लोकप्रियता प्राप्त है, क्योंकि उन्हें तिब्बत की शैली से तैयार किया जाता है। यहां पर सोने-चांदी के Different Design के गहने आपको मिल जाएंगे, जिन पर काफी आकर्षक नक्काशी होती है।
सिक्किम राज्य के त्यौहार (Festivals of Sikkim in Hindi)
सिक्किम में रहने वाले सभी लोग भगवान बुद्ध का जन्म बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। इसके अलावा यहां पर भारत के दूसरे त्यौहार भी काफी हर्ष उल्लास के साथ मनाए जाते हैं, जैसे कि दीपावली, मकर सक्रांति, रामनवमी और दशहरा। वैसे यहां के जो प्रमुख त्यौहार हैं उनमें सबसे ऊपर नाम आता है – सोनम लोचर, साकेवा, लोसर, और बहारिमजोग का। इन सभी Festivals को यहां के स्थानीय लोग बहुत ही जोश और खुशी के साथ मनाते हैं।
सिक्किम में रहने वाले लोग तिब्बती नये साल को भी काफी भाईचारे और प्यार के साथ सेलिब्रेट करते हैं। यहां पर रहने वाले लोग काफी खुशमिजाज और मिलनसार होते हैं। यही वजह है कि यह सब आपस में मिल जुलकर छोटी-बड़ी खुशियां मनाते हैं।
सिक्किम का रहन सहन (Lifestyle of Sikkim in Hindi)
सिक्किम में रहने वाले लोगों का रहन-सहन काफी अच्छा होता है, क्योंकि यहाँ के सारे लोग बहुत ज्यादा शांति पसंद होते हैं। हम आपको यह भी जानकारी दे दें कि यह हमारे देश भारत का एक कृषि प्रधान राज्य है। यहां पर 64% लोगों की जिंदगी खेती-बाड़ी के ऊपर Depend करती है। यहां पर लोग आमतौर से मक्का, गेहूं, चावल, आदि फसलें उगाने के साथ-साथ आलू की भी खेती करते हैं।
इसके अलावा यहां पर बड़ी इलायची की भी पैदावार होती है। आपको बता दें कि इलायची यहां की मुख्य व्यवसाय की फसल के नाम से जानी जाती है। यहां पर सबसे ज्यादा इलायची की खेती होती है, और यही वजह है कि यह हमारे देश का ऐसा राज्य है, जो सबसे ज्यादा इलायची उगाता है।
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सिक्किम के लोगों की पारंपरिक वेशभूषा (Traditional Costumes of Sikkim in Hindi)
सिक्किम में त्यौहारों के अवसर पर पुरुष सफेद रंग का पजामा पहनते हैं और उसके साथ सफेद शर्ट पहनते हैं। इसके अलावा सिर पर टोपी भी पहनते हैं। आपको बता दें कि यहां पर जो नेपाली लोग हैं, उनमें नेपाली पहनावे की झलक देखने को मिलती है। इस तरह से जो सिक्किम में भूतिया संप्रदाय के लोग रहते हैं, वो बाखू नाम की वेशभूषा को अत्यधिक पसंद करते हैं, क्योंकि यह उनका Traditional पहनावा होता है।
सिक्किम के लोगों का नृत्य (Dance of Sikkim in Hindi)
वैसे तो अनेकों अवसर पर सिक्किम में कई तरह के कला नृत्य प्रस्तुत किए जाते हैं, लेकिन यहां पर मुखौटा सबसे ज्यादा लोकप्रिय नृत्य है। यह नृत्य आमतौर पर त्यौहारों के अवसर पर किया जाता है। जिस समय यह नृत्य किया जाता है उस समय सभी लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं, क्योंकि नृत्य करने वालों के पैरों की मूवमेंट देखने लायक होती है। इसके अलावा आपको सिक्किम में दूसरे नृत्य भी देखने को मिल जाएंगे, जैसे कि –
- छूफाट नृत्य
- याक छाम
- सिंघई चाम
- स्नो लायन
- सिकमारी
- डेनजोंग नेनहा
- मारूनि नृत्य
- खुखरी नृत्य
- चुटके नृत्य इत्यादि
सिक्किम राज्य का खान-पान (Sikkim Food in Hindi)
सिक्किम जितना सुंदर है उतना ही यहां पर भोजन भी बहुत Tasty मिलता है। हालांकि यहां का मुख्य भोजन चावल है। इसके अलावा यहां पर जो खाना खाया जाता है, वो तिब्बत के लोगों जैसा है। यही वजह है कि यहां पर आपको तिब्बती फूड खाने को मिल जाता है। सिक्किम में जो खाना खाया जाता है, उसके बारे में जानकारी इस प्रकार से है –
- मोमोज
- चिकन मोमो
- शाकाहारी मोमो
- शाभाले
- सुकुटी
- ढेरो
- सु ज़ूम
- थुकपा
- छवेला
- चतमरी
- कोदो को रोटी
- फोल्डोग
- चावल और उससे बने हुए व्यंजन
- नेपाली फूड
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सिक्किम घूमने जाने का सबसे बेहतरीन समय (Best Time to Visit Sikkim in Hindi)
यदि आपने सिक्किम राज्य घूमने का मन बना लिया है, तो आप यहां पर मार्च से लेकर जून के महीने में जा सकते हैं। उसके बाद फिर आप सितंबर से लेकर दिसंबर तक इस खूबसूरत राज्य के दर्शन के लिए जा सकते हैं। जब भी आप अपना Tour का प्लान बनाएं तो इस बात का ध्यान रखें कि बरसात के मौसम में कभी भी सिक्किम घूमने ना जाएँ। यहां पर वर्षा के समय बहुत ही जोरदार बारिश होती है, इस वजह से आप यहां पर घूमने का आनंद नहीं ले सकेंगे।
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सिक्किम में घूमने लायक जगह (Places to Visit in Sikkim)
भारत के इस अद्भुत और निराले राज्य में घूमने के लिए आपको एक नहीं अनेकों Tourist Places मिल जाएंगें। सिक्किम की यात्रा करने पर आपको बिल्कुल भी मायूसी नहीं होगी, क्योंकि यहां प्रकृति की सुंदरता के अलावा भी आपको और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा, जैसे कि –
- सिक्किम की राजधानी गंगटोक
- नाथूला दर्रा
- युमथांग घाटी
- जूलुक
- लाचुंग
- गुम्फा
- रूमटेक मठ
- नामची
- ताशी व्यू पॉइंट
- हनुमान टॉक
- रूमटेक मोनास्ट्री गुफा
- सोमेगो झील
- बौद्ध विहार
- गुरुडांगमार सरोवर
- कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान
- एंचेय मठ
- कंचनजंगा पर्वत चोटी
- सिलीगुड़ी
- ठाकुरबाड़ी
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सिक्किम कैसे जाएं (How to Reach Sikkim)
सिक्किम जाने के लिए आपको कोई भी परेशानी नहीं होगी, क्योंकि आप अपने शहर या राज्य से बहुत आसानी से रोड या फिर हवाई जहाज से सिक्किम पहुंच सकते हैं –
- ट्रेन से – आप ट्रेन से यात्रा करना चाहते हैं, तो आपको दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, कोच्चि और कोलकाता से सिक्किम जाने के लिए ट्रेन मिल जाएगी। सिक्किम का सबसे पास का रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी है, जहां पहुंचकर आप सिक्किम की राजधानी गंगटोक के लिए बस या फिर कैब ले सकते हैं।
- हवाई जहाज से- सिक्किम पहुंचने के लिए आप दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी, बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों से हवाई जहाज की यात्रा कर सकते हैं। इसके लिए आप बागडोगरा हवाई अड्डा पहुंचे और वहां से आप बस से आगे का सफर कर सकते हैं।
- बस से – अगर आप बस के माध्यम से सिक्किम तक पहुंचना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको काफी समय लगेगा। परंतु सड़क का सफर काफी सुहावना और सुंदर है, जो आपको काफी पसंद आएगा। आप अपने शहर से सिक्किम की राजधानी तक पहुंचने के लिए लग्जरी या फिर रोडवेज बस का Selection कर सकते हैं।
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FAQ’s
Q. सिक्किम में कौन–कौन से त्यौहार मनाए जाते हैं?
A. यहां पर दुर्गा पूजा काफी धूमधाम के साथ मनाई जाती है, और इसके अलावा माघी संक्रांति, लक्ष्मी पूजा, रामनवमी और अंतरराष्ट्रीय फूल उत्सव मनाए जाते हैं।
Q. सिक्किम का लोक नृत्य कौन सा है?
A. सिक्किम के एक नहीं, बल्कि कई लोक नृत्य प्रसिद्ध हैं, जैसे कि चुफत, सिकमारी, खुखरी नाच, सिधी छाम इत्यादि।
Q. सिक्किम में कौन सा खेल सबसे प्रमुख है?
A. सिक्किम में फुटबॉल काफी ज्यादा लोकप्रिय है, जिसे बच्चे बड़े सभी बहुत ज्यादा पसंद करते हैं।
Q. सिक्किम भारत में कहां पर स्थित है?
A. सिक्किम भारत के पूर्वोत्तर में बना हुआ है, और यह एक पहाड़ी इलाका है।
Q. सिक्किम में अंतर्राष्ट्रीय पुष्प महोत्सव कब आयोजित किया जाता है?
A. यह हर साल मार्च के महीने से लेकर मई के महीने के बीच में आयोजित किया जाता है, जिसमें भारी मात्रा में लोग Participate करते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
सिक्किम का इतिहास, संस्कृति, खान पान, और समान्य ज्ञान (एक नजर में) के इस आर्टिकल में हमने आपको सिक्किम से जुड़ी हुई सारी जानकारी दी है। इसमें हमने आपको बताया कि सिक्किम का इतिहास क्या है, वहां की संस्कृति क्या है और इसके साथ ही साथ हमने आपको खानपान की भी जानकारी दी है। इसके अलावा हमने आपको यह भी डिटेल दी कि आप सिक्किम कैसे पहुंच सकते हैं, और कौन से मौसम में आप वहां यात्रा कर सकते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारी यह पोस्ट आपके लिए काफी ज्यादा Helpful रही होगी। यदि आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो, तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर Share करें,
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