भारत के उत्तराखंड के गढ़वाल हिमालय में बसा हुआ चोपता बेहद खूबसूरत Hill Station है। इसके अद्भुत सौंदर्य की वजह से ही इसे मिनी स्विट्जरलैंड (Mini Switzerland) के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर मखमली घास के मैदान, प्राचीन बर्फ से ढकी हुई चोटियां और मॉनसून के महीने में बारिश के नजारे बहुत ही दिल लुभाने वाले होते हैं। चोपता में छुट्टियां बिताने और उन्हें यादगार बनाने के लिए बहुत सारी चीज़ें की जा सकती हैं।
अगर आप भी उत्तराखंड की इस अनोखी और खूबसूरत जगह पर जाना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। आज के इस आर्टिकल Chopta Travel Guide में हम आपको चोपता (उत्तराखंड) के बारे में सारी जानकारी देंगें।
इसे भी पढ़ें: History of Uttarakhand in Hindi -उत्तराखंड का इतिहास और संस्कृति: एक व्यापक गाइड
चोपता का इतिहास (History of Chopta in Hindi) –
अगर हम चोपता के इतिहास की बात करें तो यह उत्तराखंड में गढ़वाल हिमालय की गोद में बसा हुआ है। इसका इतिहास बहुत ही समृद्ध है और यह प्राचीन काल के समय से ही मौजूद है। चोपता हिंदू पौराणिक कथाओं में काफी ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है। इसी वजह से बहुत सी पौराणिक कहानियों से और किंवदंतियों से यह क्षेत्र जुड़ा हुआ है।
इसके साथ ऐसा भी माना जाता है कि भगवान शिव ने इस जगह पर ध्यान किया था। इस क्षेत्र में भगवान शिव के पांच सबसे ज्यादा पवित्र मंदिर भी हैं, जिनको हम पंच केदार के नाम से जानते हैं। अगर ऐतिहासिक तौर से देखा जाए तो प्राचीन समय में चोपता तिब्बत और भारत के बीच एक व्यापारिक रास्ते के रूप में भी काम करता था। इसलिए यह उस समय आने जाने का एक महत्वपूर्ण बिंदु हुआ करता था।
चोपता से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स –
हिल स्टेशन का नाम | चोपता (उत्तराखंड) |
कहां पर है | उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में |
समुद्र तल से ऊंचाई | 2900 किलोमीटर |
कौन से मौसम में घूमने जाएं | गर्मियों में – मई से लेकर जून तकसर्दियों में – अक्तूबर से लेकर फरवरी तक |
क्या-क्या देखें | केदारनाथ मंदिर, तुंगनाथ मंदिर, चंद्रशिला, केदारनाथ वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी, देवरिया ताल |
की जाने वाली एक्टिविटीज | ट्रैकिंग, फोटोग्राफी, रॉक क्लाइंबिंग, रैपलिंग के अलावा प्रकृति की सैर की जा सकती है। |
कहां ठहरें | होटल और शेड्स में |
फेमस फूड | अरसा, झंगोरा की खीर, मंडवे की रोटी, कंडाली का साग , भांग की चटनी |
यात्रा में आने वाला खर्चा | 2500 रुपए से शुरू है। |
बोली जाने वाली भाषाएं | हिंदी और संस्कृत |
किस लिए फेमस है | केदारनाथ मंदिर और मिनी स्विट्जरलैंड |
चोपता की संस्कृति (Culture of Chopta) –
चोपता कोई गांव या फिर शहर नहीं है यह एक ऐसी जगह है, जहां पर तीर्थ यात्री रुकते हैं। इस जगह पर ज्यादातर हमें हिंदू धर्म को मानने वाले लोग देखने को मिलते हैं।
चोपता के त्यौहार (Festival of Chopta) –
चोपता उत्तराखंड राज्य में है, जहां पर बहुत सारे त्यौहार मनाए जाते हैं जैसे कि –
- बसंत पंचमी
- दीपावली
- दशहरा
- पांडव लीला इत्यादि
चोपता का रहन सहन (Lifestyle of Chopta) –
चोपता के रहने वाले लोग आमतौर पर बहुत सादा जीवन जीते हैं। पहले के समय में यहां के लोग गाय, भैंस और बकरियां चराया करते थे। लेकिन समय के साथ-साथ जैसे-जैसे यहां पर यात्रियों (Tourists) की संख्या बढ़ने लगी तो यहां का Tourism भी काफी पॉपुलर हो गया। यहां पर तीर्थ यात्री आकर ठहरते हैं, जिनके लिए शेल्टर और बहुत से रहने के स्थान बनाए गए हैं। इसलिए मौजूदा समय में तीर्थ यात्रियों (Pilgrims) की मदद करना और उनके खाने पीने का इंतजाम करना यहां के लोगों का मुख्य काम धंधा बन गया है।
इसे भी पढ़ें: Kedarnath yatra | केदारनाथ यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी।
चोपता की पारंपरिक वेशभूषा (Traditional Dress of Chopta) –
चोपता में लोग ज्यादातर चमकीले और कलरफुल कपड़े पहनना पसंद करते हैं। यहां के स्थानीय लोगों के कपड़ों में हमें प्राचीन भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई देती है। यहां की महिलाएं घाघरा और लहंगा चोली पहनती हैं तो वही यहां के पुरुष धोती पाजामा पहनते हैं।
चोपता का नृत्य (Dance of Chopta) –
चोपता क्योंकि उत्तराखंड में बसा हुआ है, इसलिए यहां के लोग जो नृत्य करते हैं उसमें उत्तराखंड के लोक नृत्यों की झलक दिखाई देती है। इसलिए यह जो Dance काफी प्रसिद्ध हैं, वो इस प्रकार से हैं –
- पांडव नृत्य
- भोटिया नृत्य
- छोलिया नृत्य
- झोड़ा नृत्य
- मुखौटा नृत्य
चोपता का खानपान (Famous Food Of Chopta) –
अगर आप उत्तराखंड घूमने जा रहे हैं तो आपको वहां के Famous Foods का स्वाद भी जरूर चखना चाहिए। चोपता के सबसे फेमस फूड्स इस प्रकार से हैं –
झंगोरा की खीर (Jhangora Kheer) :-
झंगोरा की खीर चोकता की काफी मशहूर Dish है। हालांकि यह बिल्कुल खीर जैसी होती है, लेकिन इसमें चावल की बजाय बाजरा डाला जाता है। इस वजह से इसका स्वाद लाजवाब होता है। यह मीठी होती है और यह चोकता की स्थानीय मिठाई है।
दाल भात (Dal Bhat) :-
अगर आप चोकता की यात्रा पर गए हैं तो आपको यहां का पहाड़ी दाल-भात भी जरूर टेस्ट करना चाहिए। कई तरह की पहाड़ी दालों से मिलाकर जो दाल बनाई जाती है वो बहुत ज्यादा स्वादिष्ट होती है। दाल के साथ खाए जाने वाले चावल बिल्कुल Normal तरीके से ही बनाए जाते हैं, पर मिक्स दाल इस व्यंजन के जायकों को बढ़ा देती है।
अरसा (Arsa) :-
अरसा यहां का एक ऐसा लोकप्रिय भोजन है, जो आमतौर पर शादी विवाह के अवसर पर बनाया जाता है। इस डिश को बनाने के लिए चावल को पीसा जाता है। चावल के अलावा इसमें गन्ने की चीनी और सरसों का तेल भी डाला जाता है। इसका स्वाद किसी भी इंसान के मुंह में पानी ला सकता है।
कंडाली का साग (Kandali Saag) :-
चोपता की इस प्रसिद्ध डिश को कंडेली से बनाया जाता है। यह एक हरी पत्तेदार सब्जी है, जिसमें बहुत से पोषक तत्व होते हैं। यह ठीक वैसे ही होती है जैसे पालक की सब्जी होती है। लेकिन इसका जो Taste होता है वह बहुत ही लाजवाब होता है। यह चोपता में रहने वाले लोगों का देसी भोजन है और आमतौर पर कंडाली को बिच्छू घास के नाम से जाना जाता है।
इस पौधे को सबसे पहले पानी में उबाला जाता है और उसके बाद इसमें बहुत से मसाले डालकर इसे पकाया जाता है। यह पत्तेदार व्यंजन स्वादिष्ट होता है और साथ ही Immune System के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है।
मडुआ की रोटी (Madua Roti) :-
चोपता में मिलने वाली मडुआ की रोटी भी एक बहुत ही Famous Dish है। इसको बनाने के लिए शुद्ध घरेलू मडुआ के आटे का प्रयोग किया जाता है।
भांग की चटनी (Bhaang ki Chutney) :-
भांग की चटनी भी चोपता में बहुत ज्यादा Famous है। इस चटनी को भांग के बीज पीसकर तैयार किया जाता है। साथ ही इसमें हरी मिर्च और नींबू के रस और पुदीने को मिलाया जाता है। इसका स्वाद बहुत ही टेस्टी होता है। अगर इसके अंदर भांग की Quantity को बढ़ा दिया जाए तो उससे नशा भी हो जाता है। यही वजह है कि इसका इस्तेमाल बहुत ही सीमित मात्रा में किया जाता है।
इन Famous Dishes के अलावा आप Chopta में निम्नलिखित खानों का भी टेस्ट ले सकते हैं –
- काफुली
- गढ़वाल का फन्नाह
- फानू
- डुबुक दाल
- रास
- चैनसु
- आलू टमाटर का झोल
- आलू गुटुक
- बाड़ी
- कुमाऊंनी रायता
- भुटवा
- गुलगुला
- सिंगोरी
- मूली की थिचवानी
चोपता से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts About Chopta) –
- यह भारत के मिनी स्वीटजरलैंड के नाम से Famous है, क्योंकि यहां पर हरे भरे घास के मैदान और आसपास हिमालय की ऊंची ऊंची चोटियां हैं।
- यहां पर पूरी दुनिया का सबसे ऊंचा शिव मंदिर बना हुआ है।
- चोपता के केदारनाथ अभयारण्य में कस्तूरी मृग पाए जाते हैं और इसके अलावा हिम तेंदुए भी इस अभयारण्य में देखने को मिलते हैं।
- सर्दियों के मौसम में चोपता एक बर्फीले परीलोक जैसा लगता है, जहां पर जाने वाले इसकी सुंदरता को देखकर चकित रह जाते हैं।
चोपता घूमने जाने का सही समय (Best Time to Visit Chopta Uttarakhand) –
यदि हम बात करें कि चोपता उत्तराखंड घूमने जाने का सबसे सही समय कौन सा होता है तो इसके लिए आप गर्मियों के मौसम में जा सकते हैं। April से लेकर June के महीने को इस जगह की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा Time माना गया है। गर्मी के इन महीनों में आप हिमालय को साफ तौर से देख सकते हैं और साथ ही सुखद मौसम का खूब आनंद भी ले सकते हैं।
वहीं अगर आप सर्दियों के मौसम में अपना Tour Plan करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको October से लेकर February तक जाना चाहिए। सर्दियों में यहां पर बहुत ज्यादा बर्फ होती है, जिसकी वजह से यह परीलोक के जैसा दिखाई पड़ता है। पर बरसात के मौसम में आपको इस जगह पर घूमने नहीं जाना चाहिए, क्योंकि भारी बारिश की वजह से यहां पर भूस्खलन की समस्या हो जाती है, जो आपकी Trip को खराब कर सकती है।
चोपता में घूमने की जगह (Places to Visit in Chopta Mini Switzerland) –
(1) तुंगनाथ मंदिर (Tungnath Temple) :-
तुंगनाथ मंदिर चोपता का एक बहुत ही फेमस दर्शनीय स्थल है। यह मंदिर 1000 साल से भी पुराना है और इसकी ऊंचाई 3460 मीटर है। तुंगनाथ मंदिर को पांडवों ने बनवाया था, ताकि वह भगवान शिव को प्रसन्न कर सकें। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए आते हैं।
(2) चंद्रशिला ट्रैक (Chandrashila Trek) :-
चोपता में चंद्रशिला एक ऐसी देखने लायक जगह है, जिसे भारत के लोग ही नहीं बल्कि विदेशों के लोग भी बहुत पसंद करते हैं। इस जगह पर Trekking का भरपूर आनंद लिया जा सकता है। यह ट्रैकिंग स्थान समुद्र से लगभग 13000 फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है। यह बहुत ज्यादा ऊंचाई पर है, इसी वजह से यहां से आसपास के नजारे बहुत ही मनोरम और खूबसूरत लगते हैं।
(3) काली मठ (Kaali Math) :-
यह मंदिर मां काली को समर्पित है। यह चोपता के अलावा रुद्रप्रयाग का भी एक बहुत ही Famous मंदिर है। यह मंदिर समुद्र स्थल से तकरीबन 1800 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है कि यह हर तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है। इस वजह से यह देखने में बहुत ही अनोखा और सुंदर लगता है। कालीमठ प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है। जो लोग धार्मिक होते हैं और जिन्हें प्राकृतिक नजारें अच्छे लगते हैं वे इस जगह पर काफी समय बिताते हैं।
(4) दुग्गल बिट्टा (Duggal Bitta) :-
चोपता में दुग्गल बिट्टा भी एक ऐसी जगह है जो बहुत ज्यादा खूबसूरत है। यह एक ऐसा Place है जहां पर चार धाम यात्रा पर आए लोग रुकते हैं। यह समुद्र से लगभग 26 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है और इसके आसपास की जो सुंदरता है वह पर्यटकों (Tourists) का दिल जीत लेती है। यहां का वातावरण बहुत ही शांत है और हर वक्त यहां पर चिड़ियों की हल्की-हल्की सी चहचहाहट सुनाई देती है, जो मन को बहुत ही ज्यादा सुकून पहुंचाती है।
(5) देवरिया ताल (Deoriatal) :-
देवरिया ताल चोपता का एक बेहद ही सुंदर घूमने का स्थान है। इस जगह पर आपको प्राकृतिक सुंदरता भरपूर रूप से दिखाई देगी। यहां पर बने हुए पर्वत, झील, घाटियां और प्रकृति की शुद्ध हवा आपको बांधकर रख लेगी। समुद्र तल से तकरीबन 2438 मीटर की ऊंचाई पर बनी हुई यह झील गर्मियों के मौसम में आने वाले सभी लोगों का मन मोह लेती है।
(6) उखीमठ (Ukhimath) :-
उखीमठ चोपता का एक धार्मिक स्थल होने के साथ-साथ हिल स्टेशन भी है। यह जगह 13000 मीटर ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है, जहां से आपको हिमालय के खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं। इस मठ में भगवान शिव और माता पार्वती के बहुत से पौराणिक मंदिर भी बने हुए हैं।
(7) कंचुला कोरक कस्तूरी मृग अभ्यारण्य (Kanchula Korak Musk Deer Sanctuary) :-
कंचुला कोरक कस्तूरी मृग अभ्यारण्य चोपता का एक बहुत ही निराला टूरिस्ट प्लेस है। यहां पर कस्तूरी मृग की दुर्लभ प्रजाति देखने को मिलती है। यह अभयारण्य चोपता से तकरीबन सात किलोमीटर की दूरी पर बना हुआ है।
इन Famous Places के अलावा आप चोपता में निम्नलिखित स्थानों पर भी घूम सकते हैं –
- बिसुरीताल (Bisurital Lake)
- दुगलबिट्टा (Dugalbitta)
- मध्यमहेश्वर मंदिर (Madhyamaheshwar Temple)
- ओमकार रत्नेश्वर महादेव मंदिर (Omkar Ratneshwar Mahadev Mandir)
चोपता में रुकने की जगहें (Best Places to Stay in Chopta) –
चोपता में जैसे बहुत सारी घूमने की जगहे हैं, वैसे ही यहां पर रुकने की भी बहुत सारी जगहे हैं। यहां पर ज्यादातर तीर्थ यात्रियों का आना-जाना लगा रहता है, इसलिए उनकी सुविधा के लिए बहुत से Shelters बनवाए गए हैं। इसके अलावा यहां पर बहुत से Hotels भी हैं, जहां पर आसानी के साथ रुका जा सकता है।
चोपता कैसे जाएं (How to Reach Chopta) –
यदि आप चोपता घूमने जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको यहां तक पहुंचने के लिए बहुत से Option मिल जाएंगें, जैसे कि –
सड़क द्वारा (By Road) :-
चोपता देश के ज्यादातर शहरों से सड़क के माध्यम से बहुत ही अच्छे जुड़ा हुआ है। इसलिए भारत के हर शहर या राज्य से चोपता तक जाने के लिए बहुत सी बसें चलती हैं। अगर आप बस से सफर करके चोपता तक पहुंचाना चाहते हैं तो आप आराम से बसों में सफर कर सकते हैं।
ट्रेन द्वारा (By Train) :-
अगर चोपता तक पहुंचाने के लिए आप ट्रेन से सवारी करना चाहते हैं तो इसके लिए वहां पर कोई भी Railway Atation नहीं बना है। जो सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है वह ऋषिकेश के अंदर है। इसलिए देश के अलग-अलग हिस्सों से आप ऋषिकेश तक पहुंच सकते हैं। उसके बाद आप टैक्सी Book करके अपनी आगे की यात्रा करके चोपता तक पहुंच सकते हैं। ऋषिकेश से चोपता तक पहुंचने के लिए लगभग 5 से 6 घंटे तक का समय लग सकता है।
हवाई जहाज द्वारा (By Airplane) :-
चोपता में कोई भी Airport नहीं है और जो सबसे निकटतम Airport है वह देहरादून में है। इसलिए आप अपने शहर या राज्य से पहले हवाई जहाज से देहरादून तक की Flight पकड़ सकते हैं और वहां से आगे का सफर आप Taxi से करके चोपता तक पहुंच सकते हैं।
चोपता घूमने के लिए बजट (Budget to Visit Chopta) –
चोपता उत्तराखंड का एक ऐसा स्थान है जहां पर घूमने के लिए आपको ज्यादा खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसलिए आप अपनी इस यात्रा को 2500 से लेकर 3,000 रूपए तक में Plan कर सकते हैं। अगर आप किसी Activity में हिस्सा लेते हैं तो तब आपको कुछ और पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
चोपता घूमने के लिए टूर पैकेज (Chopta Valley Tour Packages) –
चोपता घूमने के लिए आप किसी Travel Company की मदद भी ले सकते हैं। यहां आपकी जरूरत और बजट के हिसाब से आपको कई तरह के टूर पैकेज मिल जाते हैं। लगभग चार रातों के लिए आप 2500 रुपए का Tour Package ले सकते हैं। इसके अलावा अगर आप चाहें तो अपनी ज़रूरत और सुविधा के हिसाब से और भी ज्यादा पैसे खर्च कर सकते हैं।
FAQs –
Q. चोपता कहां पर स्थित है?
A. यह क्षेत्र उत्तराखंड राज्य में स्थित है।
Q. चोपता दूसरे कौन से नाम से लोकप्रिय है?
A. चोपता को इसकी खूबसूरती की वजह से मिनी स्विट्ज़रलैंड के तौर पर लोकप्रियता प्राप्त है।
Q. कौन से समय चोपता जाना सबसे सही रहता है?
A. गर्मियों में अप्रैल से जून तक चोपता जाना सबसे सही रहता है।
Q. क्या चोपता में बर्फबारी होती है?
A. जी हां, जनवरी से लेकर मार्च तक चोपता में बर्फबारी होती है।
Q. चोपता जाने के लिए कौन से ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करना चाहिए?
A. इसके लिए अपनी सुविधा के अनुसार आप कोई भी Transport इस्तेमाल कर सकते हैं। भारत के ज्यादातर राज्य और शहरों से चोपता Hill Station तक पहुंचने के लिए हवाई जहाज, Train और Bus की Service Available है।
निष्कर्ष (Conclusion) –
इस आर्टिकल में हमने आपको चोपता उत्तराखंड से जुड़ी हुई सारी जानकारी (Chopta Tourism) दी है। हमने आपको इसमें चोपता का इतिहास, वहां की संस्कृति, घूमने वाली जगहें, त्यौहार, घूमने जाने का सबसे अच्छा समय, चोपता का खाना आदि के बारे में विस्तार से बताया है। इसके साथ ही हमने आपको चोपता तक कैसे पहुंचें, चोपता में रहने की जगह, चोपता में घूमने का कितना खर्चा आएगा यह भी बता दिया है। हमें पूरी आशा है कि आपको यह पोस्ट जरूर Helpful लगी होगी।
यदि आपको हमारा Chopta Travel Guide का यह आर्टिकल पसंद आया हो तो आप इसे सोशल मीडिया पर भी जरूर शेयर करें, Thanks!
[…] भी पढ़ें: चोपता (chopta uttarakhand) का इतिहास, संस्कृति, घूमने का सही समय, […]
[…] इसे भी पढ़ें: स्विट्जरलैंड से कम नहीं है उत्तराखंड का चोपता हिल स्टेशन | Travel in Chopta Uttarakhand […]
[…] इसे भी पढ़ें : स्विट्जरलैंड से कम नहीं है उत्तराखंड का चोपता हिल स्टेशन | Travel in Chopta Uttarakhand […]