History of Puducherry in Hindi : भारत की भूमि का कण-कण पवित्र है। यहां का जल से लेकर थल तक पूज्यनीय माना जाता है। यहां का हर हिस्सा अपनी खूबसूरती का खुद ही वर्णन करता है। एक ऐसा ही हिस्सा है पुडुचेरी या यूँ कहें पंडुचेरी जहां प्रतिवर्ष लाखों सैलानी आते है। बंगाल की खाड़ी पर स्थित यह खुबसूरत केंद्र शासित प्रदेश है। आइए जानते हैं इसके इतिहास से लेकर वर्तमान तक के बारे में।
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क्यों खास है पुडुचेरी का इतिहास (History of Puducherry in Hindi)
पुडुचेरी को पहले पंडूचेरी के नाम से जाना जाता था। इसका नाम 2006 में पुडुचेरी किया गया। अगर पुडुचेरी के इतिहास के बारे में बात करें, तो आप यह पाएंगे कि यह क्षेत्र कांचीपुरम के पल्लव वंश का हिस्सा था। धीरे-धीरे समय परिवर्तन के बाद इस क्षेत्र में दक्षिणपंथी राजवंशों का कब्जा हो गया। दक्षिण के चोल राजाओं से लेकर पांड्यों राजाओं ने यहां पर राज्य किया। बाद में मुस्लिम शासकों ने यहां पर आक्रमण किया, और अपना शासन किया।
मुगलों का शासन खत्म होने के बाद अंग्रेजों ने भारत पर राज किया था। सन 1673 में फ्रांसिसी ईस्ट इंडिया कंपनी ने पुडुचेरी में अपना व्यापारिक केंद्र स्थापित किया। भारत में कंपनी राज के लिए यह महत्वपूर्ण जगह बन गई। फ्रांसीसी कंपनियों और ब्रिटिश कंपनियों के बीच पुडुचेरी में राज करने के लिए झगड़ा होने लगा। जब कंपनियों के बीच काफी झगड़ा हुआ, तो कभी फ्रेंच ने यहां पर राज किया, तो कभी ब्रिटिशर्स ने पांडिचेरी पर राज किया।
भारत में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में पुडुचेरी ने भी साथ दिया था। अंग्रेजों के चले जाने के बाद भी पुडुचेरी फ्रांस से आजाद नहीं हुआ था। 1 नवंबर 1954 को पुडुचेरी के लोग भारत के साथ हो गए। 1963 में पुडुचेरी को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में बनाया गया। पुडुचेरी को भारत के साथ जोड़ने में 7 साल लग गए थे।
पुडुचेरी की वर्तमान स्थिति
लगभग 300 वर्षों तक कंपनी शासन के यहां पर राज्य करने के बाद पुडुचेरी में काफी बदलाव देखा गया। पुडुचेरी में एक और बंगाल की खाड़ी है, तो तीन तरफ से ये तमिलनाडु से घिरा हुआ है।
पुडुचेरी का क्षेत्रफल लगभग 479 वर्ग मीटर है। यह चार जिलों से मिलकर बना हुआ है। पुडुचेरी, कराईकल, यनम और माहे पुडुचेरी से लगभग 150 किलोमीटर दक्षिण की ओर पूर्वी तट पर कराईकल है, और माहे पश्चिम में केरल से घिरे पश्चिमी घाटों के मालाबार तट पर स्थित है। यहाँ पर कालीकट हवाई अड्डे से पहुंचा जा सकता है, जो माहे से 70 किलोमीटर की दूरी पर है। यनम आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी ज़िले से सटा हुआ है, और विशाखापट्टनम से 200 किमी की दूरी पर है।
बात करें पुडुचेरी पर रहने वाले लोगों की, तो यहां की लगभग 25% जनता खेती पर निर्भर करती है, और 80% यहां पर सिंचाई वाली जमीन है। दलहन उत्पादन में यह देश में दूसरे नंबर पर है। यहां के अधिकतर लोग धान की खेती करते हैं। समुद्र के पास स्थित होने के कारण यहां की जलवायु गर्म रहती है। गर्मियों में यहां का तापमान 38 डिग्री तक पहुंच जाता है। और सर्दियों में यहां का मौसम काफी अच्छा रहता है।
पुडुचेरी की संस्कृति (Culture of Puducherry)
पुडुचेरी’ शब्द का तमिल अनुवाद ‘न्यू टाउन’ शहर है, जिसका नाम फ्रेंच तमिल लोगों ने रखा है। यहां पर कई सालों तक विदेशियों के राज्य करने के बाद भी यहां की संस्कृति काफी महत्वपूर्ण है। पुडुचेरी की संस्कृति में कई संस्कृतियों का समावेश है। यहां के जो मूल निवासी हैं वह तमिल मूल के माने जाते हैं। यहां पर रहने वाले लोग या तो विदेशी हैं या फिर भारत के अन्य राज्यों के हैं।
फ्रांस से आजाद होने के बावजूद भी यहां पर आपको काफी फ्रांसीसी संस्कृति का समावेश देखने को मिलेगा। अपनी संस्कृति के कारण यह 4 जिलों का पुडुचेरी के लोगों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। आज भी यहां इंडो-फ्रेंच संस्कृति देखी जा सकती है। आज भी यहां पर आपको फ्रांसीसी संस्कृति के कई उदाहरण देखने को मिलते हैं। अधिकतर लोग तमिल, तेलुगू, और मलयालम में बात करते हैं। स्कूलों में तमिल, तेलुगू, मलयालम, इंग्लिश और फ्रेंच बच्चों को सिखाई जाती है।
पुडुचेरी का खान-पान (Food of Puducherry)
पुडुचेरी में खाने की बात करें तो यहां पर आपको फ्रांसीसी खाना मिल जाएगा। यहां आपको मैक्सिमम रेस्टोरेंट ऐसे मिलेंगे जहां पर फ्रांसीसी खाना मिलता है। Baguettes, Croissants, इटालियन बेक्ड बीन्स, भरवां गोभी यहां पर फेमस है। यहां पर कडुगु येरा, क्विचे, पाल पायसम, सोयाबीन डोसई, वेगन चॉकलेट भी फेमस है। क्रेप्स, क्रीम ब्रूली, सलाद नीकोइस, रैटाटौली, बुइलाबाइस, कॉक औ विन फ्रांसीसी डिश है। यहां के फेमस रेस्ट्रेरेंट ला मैसन रोज, कैफे कार्टे ब्लैंच, सत्संग वेल कैफे, कैफे डे फ्लोर ले कैफे है।
पुडुचेरी के लोगों का रहन सहन (Living standards of the people of Puducherry)
यहां के लोगों की वेशभूषा वैसी ही है जैसे भारत के लोगों की वेशभूषा है। जेंट्स यहां पर पैंट शर्ट पहनते हैं, और महिलाएं यहां पर साड़ी, स्कर्ट, ब्लाउज पहनना पसंद करती हैं।
यहां के प्रसिद्ध त्योहारों में फायर वॉकिंग, मस्काराडे फेस्टिवल,अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव,मंगनी फेस्टिवल, कंदूरी महोत्सव, तिरियाट्टम, मासीगम उत्सव, पुथा लांथीरा, मंडोलीथिलरा, कोयोडन कोरोथिथ्रा, पंडोकुलोथिथिरा, मंडलम विल्क्कू, विष्टुतिर्थम, स्वाइकल्याणम है।
पुडुचेरी में घूमने वाले प्रमुख पर्यटन स्थल (Top 10 Tourist Places to visit in Puducherry)
जैसा कि हम पहले ही आपको बता चुके हैं, यह शहर हर मायने में खूबसूरत है। यहां की सभ्यता से लेकर संस्कृति तक वस्तु कला और कई कृतियों का अनुपम उदाहरण है। पुडुचेरी में घूमने के लिए आपको सर्दियों में जाना चाहिए। नवंबर से मार्च तक का महीना यहां पर घूमने के लिए होता है। यहां पर गर्मी बहुत पड़ती है, इसलिए आप गर्मी में ना जाएँ। आइए आपको एक-एक करके पुडुचेरी के सभी टूरिस्ट प्लेसेस के बारे में बताते हैं –
1. पैराडाइज बीच (Paradise Beach)
पैराडाइज बीच पुडुचेरी में घूमने लायक काफी बेहतरीन जगह है। यह बीच शहर के नजदीक चुनमबार में है। लोगों के आकर्षण का केंद्र होता है यह बीच। इस बीच में आपको सुनहरी रेत और ठंडी हवाओं के बीच सुकून मिलेगा। फोटोग्राफी का शौक रखते हैं और सनराइज देखने में इंटरेस्ट रखते हैं तो यहाँ जरूर जाएं।
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2. प्रोमेनेड बीच (Promenade Beach)
पैराडाइज बीच के बाद दूसरी सबसे खूबसूरत जगह है प्रोमेनेड बीच। यह लगभग 1.5 किलोमीटर में फैला हुआ है। पैराडाइज बीच सुबह घूमने की जगह है, तो यह प्रोमेनेड बीच शाम को घूमने की जगह है।
3. सेरेनिटी बीच (Serenity Beach)
सेरेनिटी बीच पुडुचेरी शहर के बाहरी इलाके में है, जो शहर से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर कोट्टाकुप्पम में है। यदि आप कपल हैं और घूमने जाना चाहते हैं, तो सेरेनिटी बीच बेस्ट हनीमून डेस्टिनेशन है। यहां पर आप क्वॉलिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं।
4. लाइट हाउस (Light House)
लाइटहाउस पुडुचेरी की वो खूबसूरत जगह है, जिसका निर्माण फ्रांसीसी लोगों द्वारा किया गया था। यह समुद्री पर्यटकों को सही मार्ग दिखाता है। अगर आपको वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी में इंटरेस्ट है, और आपको पेड़ पौधे पक्षियों के बीच रहना पसंद है, तो आप यहां जरूर जाएं।
5. राज निवास (Raj Niwas)
राज निवास पुडुचेरी की एक बेहद खूबसूरत प्राचीन इमारत है, जिसका निर्माण 18वी शताब्दी मे किया गया था। अब यह इमारत वर्तमान में पांडिचेरी के उपराज्यपाल का निवास स्थान है।
6. गोकिलमबल थिरुक्मेश्वर मंदिर (Gokilambal Thirukmeswara Temple)
ऐसा नहीं है कि पुडुचेरी में सिर्फ बीच ही बीच हैं। यहां पर कई धार्मिक और दर्शनिक स्थल भी हैं। पांडिचेरी से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर गोकिलमबल थिरुक्मेश्वर मंदिर है। यह बहुत ही खूबसूरत शिव मंदिर है। यह हिंदुओं की धार्मिक आस्था का केंद्र है।
7. श्री मनाकुला विनयगर मंदिर (Sri Manakula Vinayagar Temple)
पुडुचेरी के प्रसिद्ध मंदिरों में मनकुला विनयागर मंदिर भी है। इसको लेकर एक कहानी है कि यहाँ पर विराजमान भगवान गणेश की मूर्ति को एक फ्रांसीसी व्यक्ति ने हटाने की कोशिश की थी। उसने मूर्ति वहां से हटाइ तो मूर्ति वहां पर प्रकट हो गई, जिसे देखकर वो व्यक्ति आश्चर्य में पड़ गया, और बाद में वह भगवान का भक्त हो गया।
8. वरदराजा पेरूमल मंदिर (Varadaraja Perumal Temple)
वरदराजा पेरूमल मंदिर पुडुचेरी का बेहद खूबसूरत और प्राचीन मंदिर है, जिसका निर्माण लगभग 12वीं शताब्दी में किया गया। धार्मिक आस्था में काफी महत्व रखने वाले इस मंदिर में काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
9. चिदंबरम (Chidambaram)
चिदंबरम मंदिर शहर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है। यह भगवान नटराज का मंदिर है। काफी संख्या में यहां पर श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
10. एडवेंचर वॉटर स्पोर्ट्स (Adventure water sports)
समुद्र तटों के लिए मशहूर पुडुचेरी में आप कई प्रकार की वॉटर एक्टिविटी को एंजॉय कर सकते हैं। जिसमे पैरासेलिंग, केला बोट राइड्स और स्कूबा डाइविंग आदि जैसी रोमांचक एक्टिविटी मिलेगी।
11. बेसिलिका ऑफ द सेक्रेड हार्ट ऑफ जीसस (Basilica of the Sacred Heart of Jesus)
यह चर्च पुडुचेरी के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। इस चर्च को फ्रांसीसी मिशनरियों के द्वारा 1908 में बनाया गया था। इसको 2011 में बेसिलिका का दर्जा दे दिया गया। क्रिसमस और नया साल यहां पर बहुत ही भव्य और आकर्षक तरीके से मनाए जाते हैं।
पुडुचेरी के टूरिस्ट प्लेसेस के बारे में जितना बताया जाए, उतना कम है। यदि आप पुडुचेरी एक बार चले जाते हैं, तो यहां आपको बार-बार आने की इच्छा होगी। और आप इस खुबसूरत जगह के खुबसूरत अनुभव को कभी भूल नहीं पाएंगे।
पुडुचेरी कैसे पंहुचे (How to reach Puducherry)
पुडुचेरी आप ट्रेन से, बस से और एरोप्लेन से जा सकते हैं। यदि आप ट्रेन से जाते हैं, तो आपको विल्लुपुरम रेलवे स्टेशन जो कि पुडुचेरी का सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन है, वहां उतरना पड़ेगा। यहां पर भारत की कई मार्गों की ट्रेन आकर रूकती है, जिससे आप आसानी से यहां पर आ सकते हैं।
एरोप्लेन से पुडुचेरी जाना चाहते हैं, तो यहां पर पुडुचेरी एयरपोर्ट पर आपको रुकना होगा। यहां पर कई नेशनल और इंटरनेशनल फ्लाइट आकर रुकती है, जिसके थ्रू आप पुडुचेरी आ सकते हैं। बाहर ही आपको टैक्सी या फिर ऐसे विकल मिल जाएंगे, जिससे आप आसानी से अपनी डेस्टिनेशन तक पहुंच सकते हैं।
आपको भारत के कई शहरों से पांडिचेरी के लिए बस मिल जाएगी। पुडुचेरी का सड़क मार्ग काफी अच्छा है। इसके अलावा चेन्नई और बैंगलोर जैसे भारत के कई प्रमुख शहरों से पांडिचेरी के लिए बसों की सुविधा भी मिल जाएगी।
निष्कर्ष (Conclusion)
हमने इस पोस्ट में पुडुचेरी के इतिहास से लेकर वर्तमान और यहां की भौगोलिक से लेकर सभी स्थितियों का वर्णन किया है। साथ ही पर्यटन स्थलों के बारे में भी बताया है। हम यह उम्मीद करते हैं कि आपको पुडुचेरी के बारे में रोचक जानकारी मिली होगी, और आप अपनी लाइफ में एक बार तो पुडुचेरी जरूर घूमेंगे।
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