Rishikesh Travel Complete Guide in Hindi :भारत देश में ऐसे कई तीर्थ स्थल हैं, जो धार्मिक होने के साथ साथ अपने शांत और मनोरम वातावरण के लिए भी जाने जाते हैं। उन्ही में से एक है ऋषिकेश। ऋषिकेश, उत्तराखंड के देहरादून जिले में स्थित नगर है। ऋषिकेश से बहने वाली गंगा नदी इस नगर को और भी पवित्र बना देती है। यहाँ के प्राकृतिक स्थल सैलानियों का मन मोह लेते हैं। यहाँ आने वाले पर्यटकों (Tourists) को इस स्थान पर आत्मशांति का अनुभव होता है।
आत्मशांति और सुकून पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहाँ आते हैं। जिसके चलते लोगों के रुकने के लिए यहाँ पर कई आश्रम और होटल्स भी बनाये गए हैं। यदि आप भी यहां पर घूमने का प्लान कर रहे हैं तो ऋषिकेश के बारे में पूरी जानकारी जरूर लें। इस आर्टिकल में आपको ऋषिकेश से जुड़ी सारी जानकारी दी गयी है, जो आपकी ट्रिप में मदद कर सकती है। इसलिए इस आर्टिकल को आखरी तक जरूर पढ़ें।
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ऋषिकेश से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स (Some Important Points About Rishikesh) –
शहर का नाम | ऋषिकेश |
कब स्थापना हुई | 2 फरवरी 2004 |
क्षेत्रफल | 11.5 वर्ग किमी |
कुल जनसंख्या | तकरीबन 102,138 |
जनसंख्या का घनत्व | 8,851 वर्ग किमी |
साक्षरता | 86.86% |
बोली जाने वाली भाषाएं | हिन्दी, संस्कृत, गढ़वाली |
किस लिए फेमस है | ऋषिकेश अपने प्रसिद्ध घाटों और मंदिरों के लिए जाना जाता है |
शहर से निकलने वाली नदी | गंगा |
ऋषिकेश का इतिहास इन हिंदी (History of Rishikesh in Hindi) –
ऋषिकेश का इतिहास बहुत पुराना है। ऐसा माना जाता है कि यह “केदारखंड” का हिस्सा है। पौराणिक कथाओं के विशेषज्ञों के अनुसार, ऋषिकेश वह स्थान है जहां भगवान राम ने रावण को मारने के पाप का प्रायश्चित किया था। राम के भाई लक्ष्मण ने जूट की दो रस्सियों की मदद से गंगा को पार किया। यह वही बिंदु है, जहां वर्तमान में “लक्ष्मण झूला” बना है।
स्कंद पुराण के अनुसार, ऋषिकेश को पहले कुबार्क कहा जाता था। राभ्य ऋषि ने इस स्थान पर घोर तपस्या की थी, तब उनके सामने भगवान विष्णु प्रकट हुए थे। तब से इस स्थान का नाम “ऋषिकेश” पड़ गया।
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ऋषिकेश की संस्कृति (Culture of Rishikesh) –
ऋषिकेश की संस्कृति की बात करें तो यहाँ के लोग बहुत ही मिलनसार हैं। यहाँ के लोग सादा जीवन जीते हैं और भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं। यह शहर मंदिरों और घाटों से भरा हुआ है। इसलिए आपको चारों तरफ खूबसूरत पहाड़ों के साथ साथ धार्मिक वातारवण भी दिखाई देगा। यह ऐसा शहर है, जहाँ यदि आप एक बार चले गए तो आपको बार बार इस जगह पर घूमने का मन जरूर करेगा।
ऋषिकेश के त्यौहार (Festivals of Rishikesh) –
ऋषिकेश के अपने प्रमुख त्यौहार होते हैं, जिन्हें बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है, जैसे –
कांवर मेला (Kanwar Mela) – यह त्यौहार जुलाई, और अगस्त के महीने में मनाया जाता है। इसे केवल हरिद्वार और ऋषिकेश में ही मनाते हैं। इस त्यौहार में लोग पैदल चलकर हरिद्वार-ऋषिकेश आते हैं और पवित्र गंगा जल लेकर पैदल ही लौटते हैं। इस जल को शिवरात्रि के दिन भगवान शिव जी के मंदिरों में चढ़ाया जाता है।
गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) – ज्येष्ठ महीने के दसवें दिन को गंगा दशहरा के नाम से जाना जाता है। यह वह दिन होता है जब गंगा जी ब्रह्मा के कमंडल से पृथ्वी पर आईं थी। यह गंगा स्नान के लिए बहुत ही पवित्र समय माना जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव (International Yoga Festival) – ऋषिकेश को योग नगरी भी कहा जाता है। हजारों की संख्या में लोग यहाँ पर योग के लिए भी आते हैं। ऋषिकेश में योग महोत्सव को विशेष रूप से मनाया जाता है। यह 7 दिनों तक मनाया जाता है। यहां दुनिया भर से योग शिक्षक योग सिखाने के लिए आते हैं।
बसंत पंचमी (Basant Panchmi) – बसंत पंचमी के त्यौहार को भी यहाँ के लोग बहुत अच्छे से मनाते हैं। इस दिन माया कुंड के पवित्र जल में स्नान किया जाता है। इस अनुष्ठान में शामिल होने के लिए सैकड़ों स्थानीय लोग आते हैं। आमतौर पर यह जनवरी, फरवरी और मार्च में आता है।
होली (Holi) – रंगों के त्यौहार होली को भी ऋषिकेश में बहुत हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है। दो दिनों के इस त्यौहार में लोग एक-दूसरे पर रंग डालते हैं। यह ऋषिकेश में हर जगह मनाया जाता है।
ऋषिकेश का रहन सहन (Lifestyle of Rishikesh) –
ऋषिकेश का रहन सहन बहुत ही सिंपल है। धार्मिक नगरी होने के कारण यहाँ के लोग बहुत ही सीधे और सरल स्वभाव के होते हैं। आपको यहाँ का रहन-सहन बहुत पसंद आएगा। आप आसानी से इनके साथ घुलमिल सकते हैं।
ऋषिकेश कैसे जाएं (How to Reach Rishikesh)?
वायुमार्ग द्वारा (Via Air) – आप यदि हवाई जहाज से ऋषिकेश जाना चाहते हैं, तो आपको बता दें कि ऋषिकेश से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर देहरादून का जौली ग्रान्ट एयरपोर्ट है। यह एयरपोर्ट ऋषिकेश से सबसे नजदीक है। एयर इण्डिया, जेट एवं स्पाइसजेट की फ्लाइटें इस एयरपोर्ट को दिल्ली से आसानी से जोड़ती हैं।
रेलमार्ग द्वारा (Via Rail) – आप यदि ट्रेन से ऋषिकेश का सफर करना चाहते हैं, तो सबसे करीबी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश का ही रहेगा। यह स्टेशन शहर से करीब 5 किलोमीटर की दूरी पर है। ऋषिकेश बहुत अच्छी तरह से देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग द्वारा (Via Road) – आप यदि सड़क मार्ग से ऋषिकेश की यात्रा करना चाहते हैं, तो दिल्ली से ऋषिकेश के लिए कई बसें चलती हैं। उन बसों के जरिये आसानी से ऋषिकेश पहुँचा जा सकता है। ऋषिकेश सड़कों द्वारा अच्छी तरह से शहरों से जुड़ा हुआ है।
ऋषिकेश में कहां रुकें (Where to Stay in Rishikesh-Rishikesh travel)?
ऋषिकेश एक अच्छा टूरस्ट प्लेस है, इसलिए यहाँ पर लाखों लोग आते रहते हैं। यही वजह है कि यहाँ पर रहने के लिए बढ़िया Arrangement किया गया है। आपको यहाँ पर Stay के धर्मशालाएं, गेस्ट हाउस और होटल्स मिल जायेंगे। आप अपनी सुविधा के अनुसार कहीं भी रुक सकते हैं।
आपको जानकारी दे दें कि यहाँ पर कुछ आश्रम ऐसे भी हैं, जो Free of Cost रहने, और खाने का अरेंजमेंट करते हैं। वहीं कुछ आश्रम बहुत कम खर्च में अच्छी व्यवस्थाएं करते हैं, जैसे –
1) गीता भवन (Geeta Bhawan) –
इसमें सबसे पहला नाम गीता भवन का आता है। यहाँ आपको रहने-खाने आदि की अच्छी व्यवस्थाएं मिल सकती है। यदि आप गीता भवन में सेवा कार्य करते हैं, तो आपको यहाँ पर रहना-खाना फ्री मिलता है।
खुलने का समय – 8:30 AM To 10:00 PM
2) स्वर्ग आश्रम ऋषिकेश (Swarg Ashram) –
इसे काली कमली वाला के नाम से भी जानते हैं। यह आश्रम गंगा नदी के पास बना है। यहाँ भी रहने का बढ़िया अरेंजमेंट है। यहां पर स्टे के लिए आपको बहुत कम खर्च करना पड़ेगा।
खुलने का समय – 6:00 AM To 8:00 PM
3) श्री संत सेवा आश्रम (Shree Sant Sewa Ashram) –
श्री संत सेवा आश्रम को श्री फलाहारी बाबा ने बनवाया था। यहाँ पर संस्कृत विद्यालय भी चलाया जाता है, जिसके लिए निशुल्क शिक्षा दी जाती है। इतना ही नहीं, यहाँ रुकने वाले यात्रियों को खास फैसिलिटीज भी मिलती हैं।
खुलने का समय – 10:00AM To 8:00 PM
4) महर्षि ध्यानपीठ आश्रम (Maharishi Mahesh Yogi’s Ashram) –
इस आश्रम में भी आपको रहने और खाने के लिए अच्छी सुविधाएं मिलती हैं। यह आश्रम भी आपको बहुत पसंद आएगा।
खुलने का समय – 9:00 AM To 6:00 PM
ऋषिकेश में घूमने लायक जगह (Places to Visit in Rishikesh) –
1) त्रिवेणी घाट (Triveni Ghat) –
यह वह घाट है, जहाँ पर तीन नदियों का संगम देखने को मिलता है। हिन्दू धर्म में त्रिवेणी घाट पर स्नान करना बहुत ही पुण्य कर्म माना जाता है। यहाँ आने वाले ज्यादातर भक्त इसी घाट पर स्नान करते हैं।
जाने का समय – 5:00 AM – 9:00 PM
2) नीलकंठ महादेव मंदिर (Neelkanth Mahadev Temple) –
नीलकंठ महादेव मंदिर 5500 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। यह ऋषिकेश के प्राचीन मंदिरों में गिना जाता है। यह मंदिर भोलेनाथ को समर्पित है। यह वह स्थान है, जहाँ पर भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले हुए विष को पिया था। इस मंदिर के पास एक खूबसूरत झरना भी है, जहाँ पर भक्त स्नान करते हैं। साथ ही यहां पार्वती जी का मंदिर भी है।
जाने का समय – 05:00 AM to 06:00 PM
3) झिलमिल गुफा (Jhilmil Cave) –
यह गुफा नीलकंठ महादेव मंदिर से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर है। यह गुरु गोरखनाथ जी की गुफा है। यहाँ पर कई विदेशी पर्यटक योग की शिक्षा लेने भी आते हैं। यहाँ के प्राकृतिक नज़ारे बहुत ही खूबसूरत हैं, जो किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं।
जाने का समय – 9:00 AM – 9:00 PM
4) राजाजी नेशनल पार्क (Rajaji National Park) –
ऋषिकेश का राजाजी नेशनल पार्क भी टूरिस्ट को बहुत लुभाता है। यहाँ पर आप वाइल्ड सफारी का मजा ले सकते हैं। इस पार्क में आपको जंगली जानवर और सुन्दर पक्षी देखने को मिल सकते हैं।
जाने का समय – 7:00 AM – 6:30 PM
5) राम झूला (Ram Jhula) –
ऋषिकेश का राम झूला भी बहुत फेमस है। इस झूले का निर्माण सन 1986 में किया गया था। यह 750 फीट का सबसे लंबा पुल है। आप इस पुल के ऊपर से पैदल जा सकते हैं। वहीं इस पर दो पहिया वाहन से भी जाया जा सकता है।
जाने का समय – 6:00 AM – 7:30 PM
6) लक्ष्मण झूला (Lakshman Jhula) –
जो भी पर्यटक ऋषिकेश आते हैं वह इस झूले को जरूर देखना चाहते हैं। कहा जाता है कि इस झूले को लक्ष्मण जी ने रस्सियों से बनाया था। इसलिए इस पल का नाम लक्ष्मण झूला रखा गया है। यह 150 मीटर लंबा पुल है। इस पुल पर जब चलते हैं तो यह हिलता है, जो एक अलग अनुभव देता है।
जाने का समय – 3:00 PM – 7:00 PM
7) ऋषिकेश योग केंद्र (Rishikesh Yoga Center) –
ऋषिकेश को वर्ल्ड योगा कैपिटल के नाम से भी जाना जाता है। जहाँ आकर आप योग और मेडिटेशन कर सकते हैं। इस जगह पर बहुत सुकून मिलता है। लोग देश विदेश से यहाँ पर योग सीखने के लिए भी आते हैं।
जाने का समय – 06:00 AM to 09:00 PM
इसके अलावा भी यहां कई जगह है, जहाँ पर आप घूम सकते हैं, जैसे –
- वशिष्ठ गुफा
- परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश
- गीता भवन
- ऋषि कुंड
- बंजी जंपिंग
- कैलाश निकेतन मंदिर ऋषिकेश
- गणेश गुफा
- भरत मंदिर ऋषिकेश
- जानकी झूला
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ऋषिकेश का खानपान (Famous Food in Rishikesh) –
आप यदि घूमने के साथ साथ खाने के भी शौकीन हैं तो ऋषिकेश में आपको बहुत ही लजीज खाने का स्वाद भी मिल जायेगा, जैसे –
मलाई चाप (Malai Chaap) –
आपको यह डिश बहुत ही पसंद आएगी। ऋषिकेश के रेलवे रोड के पास तिलक नगर पर स्थित देव स्नैक्स बार की मलाई चाप पूरे ऋषिकेश में फेमस है।
समोसा (Samosa) –
समोसा किसे पसंद नहीं होता? यदि आप भी समोसा के शौकीन हैं तो आप ऋषिकेश की ज्यादातर दुकानों पर इसका स्वाद ले सकते हैं। यह आसानी से आपको हर जगह मिल जाते हैं।
आलू पूरी (Aloo Puri) –
आलू पूरी भी पूरे ऋषिकेश में मिलती है, जो खाने में बहुत स्वादिष्ट होती है। अपनी ट्रिप पर आप इसे भी ट्राई कर सकते हैं।
छोले भटूरे (Chole Bhature) –
इनका भी अपना अलग टेस्ट होता है। सबसे अच्छे छोले भटूरे आपको ऋषिकेश के छोटीवाला में खाने के लिए मिल सकते हैं।
ऋषिकेश घूमने का सबसे बेहतरीन समय (Best Time to Visit in Rishikesh) –
आप यदि ऋषिकेश घूमने का प्लान बना रहे हैं तो मार्च में जाना आपके लिए सबसे अच्छा रहेगा। क्योंकि इस महीने में वहां पर भीड़ बहुत कम रहती है। साथ ही तापमान भी सामान्य रहता है। इस महीने न तो ज्यादा ठण्ड रहती है और न ही ज्यादा गर्मी। इसलिए मार्च का समय ऋषिकेश घूमने के लिए अच्छा होता है। इसके अलावा आप कम कीमत में राफ्टिंग, कैम्पिंग और बंजी जम्प का भी मजा ले सकते हैं।
क्या खरीदारी करें (What to Buy)?
आप यदि कहीं घूमने जाते हैं तो वहां की फेमस चीजें खरीद कर लाते हैं। ऐसी चीज़ें आपके खुशनुमा लम्हों को यादगार बना देती हैं। यदि आप ऋषिकेश से भी कोई अच्छी चीज खरीदना चाहते हैं, तो मैं आपको बता दूं कि यहाँ पर हस्तशिल्प का सामान बहुत अच्छा मिलता है। इसके अलावा आप यहां से बेड कवर, कॉटन फेबरिक, साड़ियाँ आदि की भी शॉपिंग कर सकते हैं। यहाँ पर आपको गढ़वाल वूल, क्राफ्ट की भी चीजें आसानी से मिल जाती हैं, जिन्हें आप आराम से खरीद सकते हैं।
ऋषिकेश घूमने के लिए बजट (Cost to Visit Rishikesh) –
आप यदि ऋषिकेश में 3 दिन और 2 रात के लिए रुकना चाहते हैं तो इसका बजट कुछ इस प्रकार रहेगा –
होटल्स – 500 -1500 रुपये (प्रति दिन एक व्यक्ति)
खाना – 1000 रुपये
ट्रांसपोर्टेशन – 1500 -2000 रुपये
शेयरिंग टैक्सी –100-150 रुपये
कुल खर्च – 4,650 रुपये
FAQs –
Q.ऋषिकेश में कौन–कौन से त्यौहार मनाए जाते हैं?
A.ऋषिकेश में कांवर मेला को बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसके अलावा गंगा दशहरा, अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव, बसंत पंचमी जैसे त्यौहार भी यहां मनाए जाते हैं।
Q. ऋषिकेश भारत में कहां पर स्थित है?
A. भारतीय उत्तरखण्ड राज्य के देहरादून जिले में देहरादून के पास एक नगर है, जिसे ऋषिकेश कहते हैं।
Q. ऋषिकेश क्यों प्रसिद्ध है?
A. ऋषिकेश में घाट बहुत प्रमुख हैं। लोग यहाँ पर गंगा स्नान के लिए आते हैं।
Q. ऋषिकेश का दूसरा नाम क्या है?
A. ऋषिकेश को “सागो की जगह ” के नाम से भी जाना जाता है।
निष्कर्ष (Conclusion) –
इस आर्टिकल में हमने आपको ऋषिकेश के बारे में पूरी जानकारी दी है, जिसमें हमने आपको ऋषिकेश के रोचक इतिहास, संस्कृति, त्यौहार, खान-पान, रहन-सहन आदि के बारे में बताया है। इसके अलावा ऋषिकेश कैसे जाएं, ऋषिकेश में कहाँ कहाँ घूमने जा सकते हैं, ऋषिकेश घूमने का सही समय क्या है, ऋषिकेश में रुकने वाली जगह, ऋषिकेश जाने के लिए बजट क्या है और ऋषिकेश में क्या क्या चीज़ें खरीद सकते हैं इस बारे में भी बताया है।
आशा है कि आपको यह आर्टिकल Helpful लगा होगा। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे सोशल मिडिया पर भी शेयर करें, Thanks!