पुरी एक ऐसी जगह है जहाँ आपको धार्मिक मंदिर तो मिलेंगे ही साथ ही साथ आप समुद्र तट का भी आनंद ले सकते हैं। फैमिली के साथ जाने के लिए यह एक बहुत ही अच्छा प्लेस है। यदि आपके साथ बुजुर्ग लोग भी हैं तो उनको भी यह जगह बहुत पसंद आने वाली है। और यदि आप अकेले ही Trip पर जाना चाहते हैं तो भी आप यहां पर एन्जॉय कर सकते हैं। आप यदि पुरी का Tour Plan कर रहे हैं तो आपको इस शहर से जुड़ी जानकारी की भी जरूरत पड़ने वाली है। इसके लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
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पुरी का परिचय (Introduction to Puri) –
पुरी ओड़िशा राज्य में बसा हुआ एक शहर है, जो कि बंगाल की खाड़ी के समीप है। पुरी को चार धाम में शामिल किया गया है। आपको बता दें कि चार धाम की स्थापना आदि शंकराचार्य ने की थी। पुरी का जगन्नाथ मंदिर विश्व प्रसिद्ध है, जिस कारण पुरी शहर को “श्री जगन्नाथ धाम” के नाम से भी जाना जाता है। इसका इतिहास (Puri History) तीसरी शताब्दी से पहले का माना जाता है। पुरी में आपको बहुत कुछ देखने और घूमने को मिलेगा। चलिए जानते हैं पुरी के बारे में विस्तार से।
पुरी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स –
शहर का नाम | पुरी |
राज्य का नाम | ओड़िशा |
क्षेत्रफल | लगभग 16.84 वर्ग किलोमीटर |
कुल जनसंख्या | 2,01,026 |
साक्षरता | 84.67% |
बोली जाने वाली भाषाएं | ओड़िया |
किस लिए फेमस है | पुरी का जगन्नाथ मंदिर दुनियाभर में प्रसिद्ध है। |
पुरी की संस्कृति (Culture of Puri) –
पुरी की संस्कृति बहुत ही अद्भुत है। जगन्नाथ मंदिर यहाँ की संस्कृति के महत्त्व को और बढ़ा देता है। यहाँ पर आपको धार्मिक संस्कृति का मिश्रण देखने को मिलेगा। यहाँ के त्यौहारों में भी पुरी की संस्कृति की झलक देखने को मिल जाती है। यहाँ की कला, शिल्प, हस्तशिल्प, हथकरघा और वास्तुकला भी यहाँ की संस्कृति को दिखाती है।
पुरी के त्यौहार (Festivals of Puri) –
पुरी में हर साल कई त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनमें लाखों लोग शामिल होते हैं। यहाँ पर बहुत ही पारम्परिक तरीके से त्यौहारों को मनाया जाता है। पुरी के त्यौहार कुछ इस प्रकार हैं –
- जगन्नाथ रथ यात्रा
- चन्दन यात्रा
- स्नान यात्रा
- डोला यात्रा
- अनासरा
- चितलगी अमावस्या
- उत्थापन यात्रा
- दक्षिणायन यात्रा
- उत्तरायण
- दमनक चतुर्दशी
- अक्षय तृतीया
पुरी से जुड़े रोचक तथ्य (Interesting Facts About Puri) –
- पुरी बीच देश के सबसे साफ बीचों में से एक है।
- पुरी के जगन्नाथ मंदिर के ऊपर लगा हुआ ध्वज हमेशा हवा की गति के विपरीत ही लहराता है। कोई भी पक्षी या फिर विमान मंदिर के ऊपर उड़ता हुआ कभी भी नहीं दिखेगा।
- मंदिर के अंदर बनने वाला प्रसाद कभी भी ख़त्म नहीं होता। यहाँ पर लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। सभी के लिए प्रसाद हमेशा रहता है। कभी कम नहीं पड़ता।
- इतना ही नहीं मंदिर में बनने वाले प्रसाद के लिए 7 बर्तनो का इस्तेमाल किया जाता है, जो एक के ऊपर एक रखे जाते हैं। इन्हें लकड़ी की मदद से पकाया जाता है। सबसे पहले सबसे नीचे रखा हुए बर्तन का प्रसाद ही पकता है। फिर उसके बाद क्रम से सभी बर्तनो का प्रसाद पकता है।
पुरी में घूमने की जगहें (Best Places to Visit in Puri) –
पुरी में आपको घूमने के लिए बहुत सारी जगहें मिलेंगी। यदि आप पुरी के बारे में अच्छे से जानना और देखना चाहते हैं तो आप ज्यादा दिनों का ट्रिप भी प्लान कर सकते हैं। ताकि आप पुरी की सारी जगहों को बहुत अच्छे से इंजॉय कर सकें। चलिए आपको बताते हैं कि आप पुरी में कौन कौन सी जगहों पर घूम सकते हैं –
1) जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Temple) –
पुरी में ज्यादातर लोग प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के दर्शन करने आते हैं। साल भर यहाँ पर लोगों की भीड़ रहती है। यह मंदिर भगवान विष्णु जी को समर्पित है। इस मंदिर की रथ यात्रा हर साल जून और जुलाई के महीने में होती है। यह रथ यात्रा नौ दिनों तक चलती है।
जगन्नाथ मंदिर दर्शन का समय – जगन्नाथ मंदिर खुलने का समय सुबह 5.00 बजे से रात 9.00 बजे तक रहता है। मंदिर में जाने के लिए कोई भी प्रवेश शुल्क (Entry Fees) नहीं है। आपको प्रसाद के लिए मंदिर के बाहर ही दुकानें मिल जाएंगी।
जगन्नाथ मंदिर के पास रुकने की जगहे – यदि आप मंदिर के पास ही रुकना चाहते हैं तो मंदिर से कुछ ही दूरी पर आपको श्री पुरुषोत्तम वाटिका धर्मशाला मिल जाएगी। यहाँ पर आप 500 रुपये के भीतर ही रूम ले सकते हैं। यहाँ का खाना भी अच्छा होता है। इसके अलावा असम यात्री निवास, जगन्नाथ दर्शन गेस्ट हाउस जैसी जगहें भी हैं जहाँ पर आप रुक सकते हैं।
2) सूर्य मंदिर, कोणार्क (Sun Temple, Konark) –
पुरी से करीब 30 किमी की दूरी पर है कोणार्क सूर्य मंदिर। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल है। टूरिस्ट इस मंदिर की वास्तुकला को देखकर आश्चर्य करते हैं। यह मंदिर भगवान सूर्य देव को समर्पित है। कोणार्क सूर्य मंदिर रथ के आकार का बना हुआ है, जिसमें सात घोड़े सात वीक को दर्शाते हैं।
सूर्य मंदिर, कोणार्क दर्शन का समय – सूर्य मंदिर खुलने का समय सुबह 06:00 बजे से लेकर शाम 08:00 बजे तक रहता है। प्रवेश शुल्क 10 रुपये प्रति व्यक्ति है। दर्शनबुकिंग के समय ही आपको कोणार्क सूर्य मंदिर के दर्शन का समय, मंदिर खुलने का समय, मंदिर बंद होने का समय, प्रवेश शुल्क, मंदिर के दर्शन के घंटे और मंदिर की समय-सारणी के साथ जानकारी दी जाती है।
सूर्य मंदिर, कोणार्क के पास रुकने की जगहे – अगर आप कोणार्क में एक या दो रात रुकना चाहते हैं तो पंथनिवास रुकने के लिए अच्छी जगह है। इसके अलावा आप लोटस होटल, सूर्य होटल आदि में भी रुक सकते हैं। यह मंदिर से बहुत ही कम दूरी पर बने हुए हैं।
3) पुरी बीच (Puri Beach) –
मंदिर के अलावा यदि आप और जगहों पर घूमना चाहते हैं तो पुरी बीच पर जा सकते हैं। यह बीच बहुत ही खूबसूरत और साफ है। इस बीच को “गोल्डन बीच” भी कहा जाता है।
समुद्र से मिलने वाली मोती को इस बीच पर बेचा जाता है, जिसे Tourists खरीदते हैं। आपको बता दें कि नवम्बर के महीने में यहां पुरी बीच महोत्सव (Puri Beach Festival) भी मनाया जाता है, जिसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं। यह बहुत ही शानदार होता है।
पुरी बीच के पास रुकने की जगहे – यदि आप बीच के पास ही रुकना चाहते हैं तो आपको बहुत से होटल्स और धर्मशाला मिल जाएंगी। वहां पर आप अपने बजट के अनुसार रुक सकते हैं।
4) लोकनाथ मंदिर (Loknath Temple Puri) –
पुरी का यह Famous लोकनाथ मंदिर जगन्नाथ मंदिर से सिर्फ पांच किमी की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान भोलेनाथ को समर्पित है। सावन के महीने में यहाँ पर भक्तों की भीड़ जमा रहती है। यदि आप Puri Trip पर जा रहे हैं तो इस मंदिर के दर्शन जरूर करें।
लोकनाथ मंदिर दर्शन का समय – मंदिर में दर्शन के लिए सुबह 5:00 बजे से लेकर रात 9:00 बजे तक जा सकते हैं। मंदिर दर्शन के लिए कोई भी एंट्री फीस नहीं रहती है।
लोकनाथ मंदिर के पास रुकने की जगहे – जगन्नाथ मंदिर से इस मंदिर की दूरी बहुत कम है। इसलिए आप धर्मशाला या फिर होटल में रुक सकते हैं, जो आपको इन मंदिरों के पास ही मिल जायेंगे। इनके चार्ज भी ज्यादा नहीं होते हैं। वहीं आपको खाना भी अच्छा मिल जाएगा।
5) श्री गुंडिचा मंदिर (Sri Gundicha Temple) –
श्री गुंडिचा मंदिर भी पुरी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह जगन्नाथ मंदिर से सिर्फ तीन किमी की दुरी पर स्थित है। इस मंदिर को जगन्नाथ जी की मौसी का घर भी माना जाता है। कलिंग वास्तु शैली में बना यह मंदिर बहुत ही भव्य है।
श्री गुंडिचा मंदिर दर्शन का समय – यह मंदिर सुबह 6 बजे से लेकर रात 9 बजे तक खुला रहता है। मंदिर में भीड़ कम होती है, इसलिए दर्शन में केवल सात मिनट का समय लगता है।
श्री गुंडिचा मंदिर के पास रुकने की जगहे – जगन्नाथ मंदिर के पास होने के कारण आप भक्ति निवास, धर्मशाला और होटल में रुक सकते हैं। यहाँ पर आपको अच्छा अरेंजमेंट मिल जाएगा।
ऊपर के Famous Places के अलावा भी आप पुरी के निम्नलिखित स्थानों पर घूम सकते हैं, जैसे –
- नरेंद्र पोखरी
- नलबाना पक्षी अभयारण्य
- बालीघई बीच
- चंद्रभागा बीच
- सुदर्शन शिल्प संग्रहालय
- अलारनाथ मंदिर
- रघुराजपुर कलाकार ग्राम
- मौसी माँ मंदिर
- मार्कंडेश्वर मंदिर
पुरी घूमने का सही समय (Best Time to Visit Puri in Hindi) –
पुरी एक धार्मिक स्थल है इसलिए यहाँ पर साल भर ही श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। लेकिन अगर आप पुरी के मौसम को भी एन्जॉय करना चाहते हैं तो घूमने के लिए अक्टूबर से फरवरी तक का समय बहुत अच्छा होता है। इन महीनो में यहाँ का मौसम खुशनुमा होता है, जो आपके ट्रिप में चार चाँद लगा देगा। यदि आप पुरी की फेमस रथ यात्रा देखना चाहते हैं तो आप जून से जुलाई के बीच में पुरी जा सकते हैं। लेकिन इन महीनों में यहाँ का मौसम थोड़ा गर्म रहता है। इसलिए आपको अपने साथ कुछ जरूरी चीज़ें रखनी होंगी, जैसे – गॉगल्स, कैप, वॉटर बॉटल, स्कार्फ आदि।
पुरी का फेमस फ़ूड (Famous Food of Puri Odisha) –
आप अगर पुरी घूमने गए हैं और आपने वहां के स्वादिष्ट खानों का मजा नहीं चखा तो आपकी ट्रिप अधूरी सी रहेगी। आप पुरी के इन फेमस फूड्स को जरूर चखें। पूरी के Famous Foods इस प्रकार हैं –
दालमा (Dalma) – यह पुरी की फेमस डिश है, जो बनने में भी बहुत आसान है। यह डिश तुअर दाल, चना दाल, आलू, बैंगन जैसी चीजों को मिलाकर बनती है। इसे रोटी या फिर चावल के साथ खाया जा सकता है।
खाजा (Khaja) – पुरी का खाजा अगर आपने नहीं खाया तो कुछ नहीं खाया। यह बहुत ही टेस्टी होता है। यह एक मीठी डिश है। इस डिश को मैदा और चीनी से बनाया जाता है। आपको बता दें कि जगन्नाथ मंदिर में खाजा का भोग भी लगाया जाता है।
खिचड़ी (Khichdi) – यह एक ऐसी डिश है जो हर जगह मिलती है। लेकिन पूरी में मिलने वाली खिचड़ी की बात ही अलग है। यह पुरी की प्रमुख डिशेज में शामिल है। क्योंकि भगवान जगन्नाथ जी को खिचड़ी का भोग लगता है, जिसका Taste किसी अमृत से कम नहीं होता।
बड़ी चूरी (Badi Churi) – यह डिश भी पुरी में बहुत फेमस और स्वादिष्ट है। इस डिश को मसूर की दाल से बनाया जाता है, जिसे चावल के साथ परोसा जाता है। यह खाने में बहुत ही लजीज होती है। इसका स्वाद भी आप जरूर लें।
छेना पोड़ा (Chhena Poda) – यह डिश आपको पुरी में हर जगह मिल जाएगी। यह एक तरह की मिठाई होती है। जगन्नाथ मंदिर में इसका भी भोग लगाया जाता है। यह भगवान जगन्नाथ जी की पसंदीदा मिठाईयों में से एक है। इस कारण यह डिश बहुत फेमस है।
ऊपर बताई गईं फेमस डिशेज के अलावा भी आप पुरी की इन डिशेज का स्वाद ले सकते हैं, जो कि निम्नलिखित हैं –
- मालपुआ
- रबड़ी
- मलाई चपाती
- मचा घात
- चुंगडी मलाई
- एंडुरी पीठा
- कनिका
- बेसरा
- पखला भाटा
- संतुला
पुरी में रुकने की जगहे (Best Places to Stay in Puri) –
पुरी बहुत ही फेमस पर्यटन स्थल (Tourist Place) है। इसलिए यहाँ पर लोग अधिक संख्या में आते हैं, जिस कारण यहाँ पर रहने के लिए अच्छी व्यवस्थाएं भी की गयी हैं। आपको यहां पर अपने बजट के हिसाब से होटल्स भी मिल जायेंगे। यहाँ पर ज्यादातर होटल्स ऑनलाइन बुकिंग भी करते हैं। यदि आप चाहें तो ट्रिप प्लान करते समय होटल बुकिंग भी कर सकते हैं। आपको बता दें कि पुरी में रहने के लिए होटल्स के अलावा निजी धर्मशालाएं भी बनी है। यहाँ पर आप कम शुल्क (Low Fee) में भी रह सकते हैं। साथ ही आपको यहां पर खाने का भी अरेंजमेंट मिलेगा।
पुरी, ओड़िशा कैसे पहुंचें (How to Reach Puri, Odisha) –
यदि आप पुरी जाना चाहते हैं तो आपको यहाँ पहुंचने के लिए कई ऑप्शन मिल जायेंगे, जैसे –
सड़क मार्ग (Road Way) – ओड़िशा सड़कों के माध्यम से बहुत ही अच्छी तरह अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है। इसलिए अगर आप बस से पुरी पहुंचना चाहते हैं तो आपको यहाँ पहुंचने में परेशानी नहीं होगी। आप पुरी बस स्टैंड के लिए बस ले सकते हैं। यदि आपको यहाँ के लिए बस नहीं मिल रही है तो आप भुवनेश्वर के लिए भी टिकट ले सकते हैं। भुवनेश्वर से पुरी की दूरी 65 किमी है। भुवनेश्वर से आप बस या फिर टैक्सी से पुरी पहुंच सकते हैं।
ट्रेन मार्ग (Train Route) – यदि आप ट्रेन से यात्रा (Travel) करना चाहते हैं तो आपको ओड़िशा के प्राकृतिक नजारों का भी आनंद मिल सकेगा। साथ ही यह आपके लिए सस्ता और सुविधाजनक ऑप्शन भी रहेगा। आप पुरी रेलवे स्टेशन के लिए टिकट बुक कर सकते हैं। यदि आपको पुरी स्टेशन के लिए टिकट नहीं मिल रही है तो पुरी पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन भुवनेश्वर का रहेगा। आप इस शहर का भी टिकट ले सकते हैं। इसके बाद आप टैक्सी या बस से पुरी पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग (Air Ways) – यदि आप हवाई जहाज से पुरी जाना चाहते हैं तो सबसे नजदीक का हवाई अड्डा बीजू पटनायक हवाई अड्डा भुवनेश्वर का रहेगा। यहाँ पहुंच कर आप टैक्सी से पुरी पहुंच सकते हैं।
Google Map – Puri
पुरी घूमने का कुल बजट (Total Budget to Visit Puri) –
यदि आप तीन दिन और दो रात पुरी में रुकना चाहते हैं तो आपका लगभग ₹6000-6500 पर पर्सन खर्च आ सकता है।
जैसे कि खाने पीने का खर्च – ₹1800
होटल का खर्च – ₹2500
ट्रांसपोर्ट का खर्च – ₹1000
अन्य खर्च – ₹1000
कुल खर्च – ₹6300
इस तरह आप पुरी के लिए अपना बजट भी बना सकते हैं।
FAQs –
Q.पुरी में कौन–कौन से त्यौहार मनाए जाते हैं?
A. पुरी में “रथ यात्रा” का खास महत्त्व है। इसके अलावा कोणार्क नृत्य महोत्सव, पुरी बीच फेस्टिवल जैसे त्यौहार भी यहां मनाये जाते हैं।
Q. पुरी भारत में कहां पर स्थित है?
A. ओड़िशा राज्य में स्थित पुरी बंगाल की खाड़ी के समीप बसा हुआ एक शहर है।
Q. पुरी क्यों प्रसिद्ध है?
A. पुरी जगन्नाथ मंदिर के कारण पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यह मंदिर चार धाम में शामिल है।
Q.पुरी में देखने लायक जगहें कौन कौन सी हैं?
A. पुरी में आपको जगन्नाथ मंदिर, कोणार्क सूर्य मंदिर, गोल्डन बीच आदि बहुत सी फेमस जगहें घूमने को मिल जाएँगी।
निष्कर्ष (Conclusion) –
इस आर्टिकल में हमने आपको पुरी से जुड़ी सारी जानकारी दी है। इसमें हमने आपको पुरी की संस्कृति, त्यौहार, पुरी में घूमने की जगहें, वहां का खाना (Foods) आदि के बारे में भी बताया है। साथ ही आपको पुरी घूमने में कितना खर्चा आएगा, पुरी में घूमने का सही समय क्या है, पुरी कैसे पहुंचें यह भी बता दिया है।
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