वैसे तो दुनिया में बहुत सारे Tourist Places हैं घूमने के लिए। लेकिन भूटान एक ऐसी जगह है, जहां जाकर आपको एक अलग ही अनुभव मिलेगा। यहां के मंदिर, नदिया, पहाड़ और प्राकृतिक सौंदर्य देखकर आपको काफी अच्छा लगेगा। यहां आपको एक अलग ही शांति मिलेगी। अगर आप कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो भूटान को लिस्ट में जरूर शामिल करें।
आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से भूटान का इतिहास, भूटान की संस्कृति, भूटान के नृत्य, भूटान का प्रसिद्ध भोजन, भूटान में घूमने के लिए पर्यटक स्थल, भूटान जाने का सही समय, भूटान कैसे जाएं, भूटान जाने का खर्च आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले हैं। इसलिए पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।
भूटान का इतिहास (History of Bhutan) –
भूटान देश का प्राचीन इतिहास मिथकों के रूप में माना जाता है। लगभग भूटान में 2000 ईसवी पूर्व बस्तियां बसनी शुरू हुई थीं। दंत कथाओं के मुताबिक भूटान देश पर सातवीं शताब्दी ईसा पूर्व में कुच के बिहार के राजा का अधिकार हुआ करता था। लेकिन नौवीं शताब्दी में भूटान देश में बौद्ध धर्म आने के पहले का इतिहास अधिकांशत: अनजान ही रहा है। 12वीं शताब्दी में स्थापित हुआ ड्रुम्पा कग्युपा संप्रदाय को भूटान देश का प्रमुख संप्रदाय माना जाता है।
भूटान देश का जो राजनीतिक इतिहास है वह इसके धार्मिक इतिहास के इर्द-गिर्द ही घूमता है। भूटान देश में 17वीं शताब्दी में बौद्ध धर्म का विस्तार किया गया था। वहीं 1865 ई. में भूटान और ब्रिटेन के बीच सिनचुलु संधि पर Signature किया गया। 1960 ई. में ब्रिटिश प्रभाव के कारण भूटान देश में राज्य साईं की स्थापना की गई थी और राज्य स्थापना के 3 वर्ष बाद एक ओर समझौता किया गया, जिसके मुताबिक ब्रिटेन देश इस बात को मान गया कि वह भूटान देश के आंतरिक मामलों पर कोई भी हस्तक्षेप नहीं करेगा।
लेकिन यह भी है कि भूटान देश की जो विदेश नीति है, वह इंग्लैंड द्वारा ही तय की जाएगी। 1947 ई. के बाद यह भूमिका भारत देश को मिली। इसके 2 वर्ष के बाद 1949 ई. में भारत देश ने भूटान को वह सारी जमीन लौटा दी जो अंग्रेजों ने अपने अधीन कर ली थी। इस समझौते के मुताबिक भारत ने भूटान देश की विदेश नीति एवं रक्षा नीति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
इसे भी पढ़ें: यात्रा भारत के पड़ोसी देश नेपाल की बिना वीजा के।। Nepal Travel Guide
भूटान से जुड़े कुछ जरूरी पॉइंट्स –
देश का नाम | भूटान |
भूटान की राजधानी | थिम्पू |
भूटान की स्थापना कब हुई | 7 दिसंबर 1907 |
जिलों की संख्या | 20 |
कुल जनसंख्या | 7.77लाख |
बोली जाने वाली मुख्य भाषाएं | तिब्बती, जोगखा और नेपाली भाषाएं हैं। |
मुख्य भोजन | हरी मिर्च और याक चीजे हैं। |
साक्षरता दर | 71.4% |
भूटान क्यों प्रसिद्ध है? | भूटान अपने टेक्सटाइल के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहाँ पर रेशम से शॉल और स्कॉप भी बुने जाते हैं। |
भूटान की संस्कृति (Culture of Bhutan) –
हिमालय पर्वत की गोद में बसा भूटान देश अत्यंत समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर है। भूटान देश अपने सांस्कृतिक प्रभावों से खुद को बचाने के लिए अपने ही भूभाग पर निर्भर है। भूटान देश भारत के दक्षिण एवं चीन के उत्तर की सीमा से घिरा हुआ कम आबादी वाला देश है।
भूटान अपनी संस्कृति, स्वतंत्रता और विरासत के दिए जाना जाता है। भूटान देश ने अपनी संस्कृति को बचाने के लिए आर्थिक रूप से खुद को संरक्षित करने के लिए अलगाव की नीति बनाकर रखा है। भूटान की संस्कृति, आधुनिक प्राचीन संस्कृति से उदित हुई है। इस देश की भाषा भूटानी है।
इसे भी पढ़ें: पहाड़ों और पंछियों से है प्यार तो सुकून वाले अरुणाचल प्रदेश जरूर जाएं- Arunachal Pradesh Travel guide
भूटान के त्यौहार (Famous Festival of Bhutan) –
जिस तरह दूसरे देशों में त्यौहार धूमधाम के साथ मनाये जाते हैं उसी तरह से भूटान देश में भी उनके कुछ प्रमुख त्यौहार होते हैं। उन त्यौहारो को वहां के लोग बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते हैं। तो चलिए हम आपको भूटान के कुछ प्रसिद्ध त्यौहारों के बारे में बताते हैं –
1. थिम्पू त्शेचु महोत्सव (Thimphu Tsechu Festival) –
थिम्पू त्तशेचू त्यौहार को भूटान के राष्ट्रीय महोत्सव के रूप में जाना जाता है। इसे भूटान का सबसे प्रसिद्ध त्यौहार माना जाता है। इस त्यौहार के माध्यम से टेंड्रेल थांग (एक उत्सव स्थल) में दर्शकों को आशीर्वाद दिया जाता है। उन्हें बौद्ध सिद्धांत सिखाने के लिए नृत्य करवाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इन त्यौहारो में शामिल होने से आपको सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
2. जंबे लाखांग ड्रप त्यौहार (Jambay Lhakhang Drup Festival) –
जंबे लाखांग द्रुप त्यौहार नवंबर के महीने में बुमथांग के लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह जंबे लाखांग मंदिर के निर्माण के साथ-साथ गुरु रिनपोचे के नेक कार्य की याद में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसमें आस पास के लोगो को शामिल किया जाता है और कई लोग नृत्य अनुष्ठान करते हैं।
3. मेराक त्शेचू (Merak Tsechu) –
यह त्यौहार मेराक घाटी के स्थानीय लोगों की आस्था और संस्कृति का त्यौहार है। यह त्यौहार तीन दिनों तक चलता है। तीन दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में नृत्य, संगीत और आनंद होता है। वहीं इसमें दर्शक याक नृत्य प्रदर्शन का भी अनुभव करते हैं।
भूटान का रहन–सहन (Lifestyle of Bhutan) –
भूटान में रहने वाले लोगों का जीवन बहुत ही साधारण होता है। वहां के लोग कृषि पर निर्भर होते हैं। भूटान के लोग बहुत ही ग़रीबी में जीवन गुजारते हैं। यहाँ के लोग झोपड़ी बनाकर रहते हैं। ग़रीबी क़ो दूर करने के लिए यह लोग नृत्य प्रदर्शन का सहारा लेते हैं।
भूटान की पारंपरिक वेशभूषा (Traditional Dress of Bhutan) –
भूटान में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग पोशाक है, जैसे कि भूटान की महिलाएं किरा पहनती हैं। यह पोशाक बहुत ही आरामदायक, हवादार और पहनने मे बहुत ही आसान होती है।
इसके अलावा भूटान के पुरुषों की पोशाक घो होती है। घो पोशाक को पुरुष घुटने तक लपेटे रहते हैं और कमर में बेल्ट लगा लेते हैं। यदि आप घो पोशाक देखना चाहते हैं तो आप किसी भूटानी पुरुष की कोई स्थानीय फोटो देख सकते हैं।
भूटान का नृत्य (Traditional Dance of Bhutan) –
भूटान मे विभिन्न प्रकार के नृत्य प्रसिद्ध हैं। हम आपको वहां के कुछ महत्वपूर्ण नृत्यों के बारे में बता रहे हैं –
जॉनपेलेक्सो नृत्य (Johnplexo Dance) –
जानपेलोक्सो नृत्य क़ो स्वागत नृत्य के नाम से जाना जाता है। यह नृत्य जुलाई के महीने मे मनाया जाता है।
झुंगद्रा नृत्य (Zhungdra Dance) –
यह नृत्य भूटान का सबसे Famous नृत्य है। इसे भूटान के सबसे पुराने नृत्यों मे से एक माना जाता है।
ड्रामेत्से नगाचम नृत्य (Dramatse Nagacham Dance) –
यह नृत्य पूर्वी भूटान के एक गांव ड्रामेत्से के ड्रमो मुखौटा का नृत्य है। ड्रामेत्से नृत्य को भूटान के सबसे धार्मिक नृत्यों मे से एक माना जाता है। यह नृत्य देवताओं के सम्मान के लिए किया जाता है। इस नृत्य को शुरू में कम स्पीड में करते हैं। फिर बाद में तेजी से करने लगते हैं।
भूटान का खानपान (Famous food of Bhutan) –
भूटान खानपान के मामले में काफ़ी फेमस है। यहाँ पर जो भी खाने बनाये जाते हैं उनमें ज्यादातर तीखी मिर्ची और मसाले डालें जाते हैं। क्योंकि भूटान के लोगो क़ो तीखा खाना ज्यादा पसंद होता है। आइए आगे हम आपको भूटान के कुछ Famous Foods के नाम बताते हैं –
- एमा दत्शी
- शामू दत्शी
- शकम पा
- लाल चावल
- शकुम शुकम दत्शी
- जशा मारु
- सिकम पा
- फक्ष पा
- यक्ष शाकमी
- गोडो दत्शी
भूटान जाने का सही समय (Best Time to Visit Bhutan) –
यदि आप भूटान घूमने जाना चाहते हैं तो आपको बता दें कि भूटान जाने के लिए सबसे बेहतर समय मार्च से मई यानी कि बसंत का महीना होता है। इस समय भूटान का प्राकृतिक दृश्य और सुंदरता देखने लायक होती है।
इसके अलावा भूटान घूमने जाने के लिए सबसे बेहतरीन समय सितंबर से नवंबर का महीना यानी शरद ऋतु का होता है।
Hotels in Thimphu: Popularity
Hotel | Stars | Discount | Price before and discount | Select dates |
---|---|---|---|---|
Le Meridien Thimphu | ★★★★★ | - | - | View hotel |
Pemako | ★★★★★ | - | - | View hotel |
Himalayan Kisa Hotel, Thimpu | - | - | View hotel | |
Hotel Migmar | - | - | View hotel | |
CityHotel, Thimphu | - | - | View hotel |
भूटान में घूमने की जगह (Best Places to Visit in Bhutan) –
1) थिम्फु (Thimphu) –
थिम्फु में घूमने लायक बहुत से लोकप्रिय दर्शनीय स्थल हैं, जैसे कि बुद्धा डोरडेन्मा, मोतिथांग ताकिन प्रिजर्व डेचेनचोलिंग पैलेस, मेमोरियल चोर्टेन, क्लॉक टॉवर स्क्वायर आदि। अगर आप थिम्फु जाना चाहते हैं तो बसंत ऋतु या गर्मियों के दिनों में आ सकते हैं।
2) पारो (Paro) –
पारो भूटान में घूमने के लिए सबसे मशहूर जगहों में से एक है। यह भूटान का सबसे खूबसूरत और आकर्षक Place है। यहां आप सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और दोपहर 1:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक घूम सकते हैं।
3) ट्रोंगसा (Trongsa) –
ट्रोंगसा भी भूटान में घूमने के लिए सबसे मशहूर और लोकप्रिय Tourist Places में से एक है। ट्रोंगसा ऊंची पहाड़ की चोटी पर बसा हुआ है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता व अद्भुत दृश्यों के कारण दुनियाभर में Famous है।
4) फोबजीखा घाटी (Phobjikha Valley) –
इस घाटी को गंगटैग घाटी के नाम से भी जाना जाता है। यह घाटी कटोरी के आकार की बनी हुई है। इसलिए यह घाटी पर्यटको को अपनी ओर आकर्षित करती है। यहां पर आपको तरह-तरह के जानवर भी देखने को मिलते हैं। अक्टूबर से दिसंबर का समय यहां घूमने के लिए सबसे अच्छा होता है।
5) वांगडू फोडंग (Wangdu Phodang) –
यह भूटान के सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक है। अगर आप मंदिर मठ, हरियाली, सुंदर गांव और भव्य दृश्य देखना चाहते हैं तो आपको इस जगह पर जरूर जाना चाहिए।
6) त्राशिगांग (Trashigang) –
यह भूटान के सबसे मशहूर दर्शनीय स्थलों में से एक है। इसे पूर्व का गहना भी कहा जाता है। यह Tourists के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने आते हैं।
7) जिग्मे दोरजी राष्ट्रीय उद्यान (Jigme Dorji National Park) –
अगर आप तरह-तरह के जानवर देखना चाहते हैं तो आपको जिग्मे दोरजी राष्ट्रीय उद्यान जरूर घूमने जाना चाहिए। यह लगभग 4000 से भी अधिक किलोमीटर के एरिया में फैला हुआ है। इसकी स्थापना 1974 ई. में हुई थी।
भूटान कैसे जाएं (How To Reach Bhutan) –
आप आपने बजट और जरूरत के अनुसार भूटान जा सकते हैं। भूटान जाने के लिए आपको अपने शहर से ट्रेन, बस, हवाई जहाज आदि मिल जाएगी। आप अपनी कार से भी भूटान जा सकते हैं।
ट्रेन से (By Train) – भारत से भूटान जाने के लिए सिलीगुड़ी, न्यू जलपाईगुड़ी, न्यू अलीपुरद्वार, या हासीमारा रेलवे स्टेशनों से टिकट लेकर आप भूटान के लिए अपनी यात्रा (Travel) सकते हैं।
बस से (By Bus) – अगर आप भारत से भूटान घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो आपको किसी भी शहर से बस मिल जाएगी। जैसे कि आप सिलीगुड़ी शहर से बस ले सकते हैं।
कार से (By Car) – भारत से भूटान आप अपनी खुद की कार से भी जा सकते हैं। लेकिन कार से जाने में पेट्रोल ज्यादा लगेगा।
हवाई जहाज से (By Airplane) – भारत से भूटान जाने के लिए आप दिल्ली, कोलकाता, मुंबई आदि के किसी भी एयरपोर्ट पर जाकर वहां से टिकट बुक कर सकते हैं, और भूटान घूमने के लिए जा सकते हैं।
भूटान में कहाँ रुके (Where to Stay in Bhutan) –
जब भी आप भूटान घूमने जाएं तो 2-4 दिन रुक कर अच्छे से घूम कर आएं। भूटान में रुकने के लिए बहुत सी जगह है। आप अपने बजट के हिसाब से किसी भी होटल, रिजॉर्ट या फिर लॉज मे रुक सकते हैं।
यदि आप किसी अच्छे रिजॉर्ट में रुक सकते हैं तो वहां एक रात का किराया करीब 7000 से 8000 रुपए तक लगता है। वहीं अगर आप किसी साधारण होटल में रुक सकते हैं तो एक रात का 1500 रुपए लगता है।
भूटान घूमने का खर्च (Budget for Bhutan Trip) –
यदि आप भूटान घूमने के लिए अपनी फैमिली वालो के साथ जा रहे हैं तो कम से कम 50,000 से 80,000 तक का खर्च आएगा। वहीं अगर आप अकेले घूमने के लिए जाते हैं तो लगभग 28000 से 35,000 रुपए तक का खर्च आ जाता है। यह खर्च ज्यादा या कम भी हो सकता है।
भूटान घूमने के लिए टूर पैकज (Tour Packages to Bhutan) –
यदि आप कम पैसों में भूटान घूमना चाहते हैं, तो भूटान घूमने के लिए टूर पैकेज की बुकिंग अक्टूबर महीने से शुरू होती है। यह भूटान घूमने के लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। भूटान के लिए टूर पैकेज की बुकिंग कोलकाता से होगी। इस टूर पैकेज बुकिंग में आपको 9 दिन के लगभग 58,300 से 76,700 रुपए तक देने होंगे। इस तरह आप कम पैसे में ही भूटान घूमकर आ सकते हैं।
FAQ’s –Bhutan travel guide in Hindi
Q. भूटान की राजधानी क्या है?
Ans – भूटान की राजधानी थिम्फु है।
Q. भूटान घूमने के लिए कितना खर्चा आता है?
Ans.भूटान घूमने जाने के लिए करीब 50,000 से 90,000 रुपए तक का खर्चा आता है।
Q. भूटान कैसे जा सकते हैं?
Ans – भूटान आप बस, ट्रेन, हवाई जहाज या अपनी खुद की कार से जा सकते हैं।
Q. भूटान घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?
Ans – भूटान घूमने जाने के लिए मार्च से मई और सितंबर से नवंबर तक का समय सबसे बेहतरीन होता है।
Q. भूटान में घूमने लायक जगह कौन सी है?
Ans – भूटान में घूमने लायक जगहे-वांगडू फोडंग, त्राशिगांग, फुंटशोलिंग, जिग्मे दोरजी राष्ट्रीय उद्यान आदि हैं।
Q. भूटान की वेशभूषा क्या है?
Ans – भूटान में महिलाओं की वेशभूषा किरा और पुरुषों की घो है।
Q. भूटान का सबसे प्रसिद्ध व्यंजन क्या है?
Ans – भूटान का सबसे प्रसिद्ध व्यंजन थुकपा है।
Q. भूटान के प्रमुख त्यौहार कौन–कौन से हैं?
Ans – भूटान के प्रमुख त्यौहार मेराक त्शेचू, जंबे लाखांग ड्रप, पुनाखा द्रुबचेन आदि हैं।
Q. भूटान का सबसे प्रसिद्ध नृत्य कौन सा है?
Ans – भूटान का सबसे प्रसिद्ध नृत्य चाम नृत्य है।
Q. भूटान में कहाँ रुक सकते हैं?
Ans – भूटान में रुकने के लिए कई सारे होटल, रिजॉर्ट, और लॉज हैं।
निष्कर्ष (Conclusion) –
हमने आपको इस पोस्ट के द्वारा भूटान का इतिहास, भूटान की संस्कृति, भूटान का प्रमुख त्यौहार, भूटान के नृत्य, भूटान में घूमने लायक जगहे, भूटान जाने का बजट, भूटान जाने का बेहतरीन समय, भूटान कैसे पहुंचे, भूटान में कहाँ रुके आदि से रिलेटेड सारी जानकारी दी है।
यदि आप भी भूटान घूमने जाना चाहते हैं और आपके मन में अभी भी कोई सवाल है तो आप कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। अगर आपको हमारी यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो आप प्लीज अपने दोस्तों में भी इस पोस्ट को जरूर शेयर करें,
Thanks!