रामः ईश्वरो यस्य सः रामेश्वरः अर्थात राम जिनके ईश्वर हैं, मैं तो श्री राम का भक्त हूँ दिन भर राम राम किया करता हूँ ! हरि और हर अलग कहाँ हैं ! अर्थात दोनों एक ही हैं। यह व्याख्या की थी स्वयं शिव ने जब तेत्रा युग में श्री राम जी ने लंका पर चढ़ाई और रामसेतु बनाने से पहले बालू से शिवलिंग बनाया था, तब हनुमान जी के पूछने पर उन्होंने एक व्याख्या बताई जिसे परिवर्तित करते हुए ने शिव ने यह व्याख्या बनायीं। जहाँ हरी और हर इनका अनोखा संगम हैं, जो बारह ज्योर्तिलिंग में से एक मुख्य स्थान हैं, हिंदू धर्म की चार धाम की यात्रा में से जो तीसरा मुख्य स्थान हैं वो हैं रामेश्वरम।
पंबन द्वीप से भी जाने जाना वाला दक्षिण -पूर्व भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित रामेश्वरम एक ऐसा तीर्थस्थल हैं जहाँ जाकर हर गृहस्थ मोक्ष पाना चाहता हैं। हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी से चारों ओर से घिरा हुआ एक सुंदर शंख आकार द्वीप है। पर्यटन और तीर्थस्थल दोनों होने की वजह से आप साल में कभी भी रामेश्वरम जा सकते हैं, क्यूंकि वो जलवायु उष्णकटिबंध हैं। पर अक्टूबर से अप्रैल यह उचित समय माना जाता हैं।
अगर आप बारिश के मौसम में घूमना पसंद करते हैं तो आप बरसात के समय में जैसे की जुलाई से लेकर सितंबर में भी जा सकते हैं। अगर आप नहीं जानते हैं, तो मैं आपको बता देना चाहता हूं कि रामेश्वरम मंदिर तमिलनाडु राज्य में स्थित है, जहां पर गर्मी के मौसम में बहुत ज्यादा गर्मी पड़ती है, इसलिए अगर आप मध्य भारत से जुड़े हुए हैं, तो आप गर्मी के मौसम में रामेश्वरम मंदिर जाने का प्लान न करें, क्योंकि यहां पर गर्मी के मौसम में हद से ज्यादा गर्मी पड़ती है।
इसे भी पढ़े : तमिलनाडु का इतिहास, संस्कृति और घूमने वाले प्रमुख पर्यटन स्थल – Tamilnadu Travel Guide in Hindi
रामेश्वरम कैसे पहुंचे ?
रामेश्वरम शहर का अपना कोई हवाई अड्डा नहीं है, लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक मदुराई में आने वाले हवाई अड्डे पर उतर सकते हैं। मदुरै हवाई अड्डा रामेश्वरम शहर के केंद्र से लगभग 170 किमी दूर है। हवाई अड्डे से, इस धार्मिक शहर तक पहुँचने के लिए कोई भी आसानी से निजी कैब के साथ-साथ टैक्सियाँ भी किराये पर ले सकता है।
रामेश्वरम रेलवे स्टेशन कोयंबटूर, त्रिची, मदुराई, तंजावुर और चेन्नई के सभी प्रमुख स्टेशनों से रेल मार्ग द्वारा सीधे जुड़ा हुआ है। तमिलनाडु के प्रमुख शहर रेलवे नेटवर्क के माध्यम से सीधे रामेश्वरम से जुड़े हुए हैं। शहर में विभिन्न प्रकार की ट्रेनें आती और प्रस्थान करती हैं जैसे सुपरफास्ट, एक्सप्रेस और मेल ट्रेनें।
रामेश्वरम तमिलनाडु के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है इसलिए आप सड़क मार्ग से आसानी से शहर तक पहुंच सकते हैं। तमिलनाडु पहुंचने के लिए मदुराई और कई अन्य शहरों से लगातार बस सेवा उपलब्ध है। चेन्नई, रामेश्वरम के केंद्र से लगभग 650 किमी दूर है। सड़क मार्ग से रामेश्वरम से मदुराई (169 किमी), तिरुचिरापल्ली (271 किमी) और तंजावुर (231 किमी) की लगभग दुरी पर हैं।
रहन- सहन और संस्कृति
रामेश्वरम मुख्य रूप से बोली जाने वाली भाषा तमिल हैं, थोड़ी बहोत अंग्रेजी का भी प्रयोग होता हैं। तमिलनाडु राज्य में स्थित रामेश्वरम मंदिर में मनाए जाने वाले त्योहारों के बारे में बात करें, तो यहां पर कई त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनमें सबसे ज्यादा प्रमुख महाशिवरात्रि को माना जाता है। इस समय यहां पर लोग काफी दूर-दूर से और अधिक संख्या में यहां पर आया करते हैं। यह महाशिवरात्रि पर्व यहां पर 10 दिनों तक चलने वाला पर्व है।
रामेश्वरम में कहाँ रहें?
धर्मशाला – रामेश्वरम मंदिर से करीब 1 किमी. के रेंज में ढेर सारे धर्मशाला देखने को मिल जाएंगे, जिसका 24 घंटे का किराया मात्र ₹ 250-300 होता है। अगर आप कम खर्च में रामेश्वरम मंदिर के आसपास रहना चाहते हैं, तो आपके लिए धर्मशाला सबसे अच्छा तरीका रहेगा।
ट्रस्ट का रूम – आप रामेश्वरम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले रूम में भी अपनी रात बिता सकते हैं, जिसका किराया करीब ₹ 500 होता है। आप इस रूम को ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं।
प्राइवेट होटल – अगर आप धर्मशाला या ट्रस्ट द्वारा संचालित कराए गए रूम में नहीं रहना चाहते हैं, तो आपको रामेश्वरम मंदिर के आसपास बहुत सारे प्राइवेट होटल्स भी देखने को मिल जाएंगे, जहां पर आप अपनी रात बिता सकते हैं। रामेश्वरम मंदिर के आसपास आपको ₹ 500-800 में अच्छा होटल मिल जाएगा।
इसे भी पढ़ें: रामेश्वरम मंदिर से जुड़े कुछ रहस्यमयी फैक्ट
रामेश्वरम दर्शन और पूजा विधि की जानकारी
रामेश्वरम मंदिर सुबह 4:30 बजे खुलता एवं दोपहर 1:00 बजे बंद हो जाता है। फिर पुनः दोपहर 3:00 बजे खुलता एवं रात 9:00 बजे बंद हो जाता है। इसी समय के बीच इस रामेश्वरम मंदिर में सभी प्रकार की गतिविधियां की जाती है।
रामेश्वरम पहुंच के आपको मंदिर के दर्शन से पहले आपको सबसे पहले अग्नि तीर्थ नमक स्थान पर स्नान करना चाहिए, जो की मंदिर परिसर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। कहा जाता है कि जब श्री राम रावण का वध करके वापस आए थे तो इसी स्थान पर श्री राम ने भी स्नान किया था। यहां की लहरें श्री राम के स्पर्श से ही शांत हो गई थी।
अग्नि तीर्थ में स्नान करने के बाद जब आप मंदिर परिसर में दर्शन के लिए पहुंचेंगे तो उससे पहले वहां पर आपको एक बार फिर से यहां पर बने 22 अलग अलग तीर्थों के कुंडो में स्नान करना होगा। इन कुंडो में स्नान करने के लिए आपसे यहां पर 20-25 रुपए कॉस्ट लिया जाता है। यहां पर आपको गवर्नमेंट एम्प्लॉय मिलेंगे जो की आपके ऊपर इन कुंडो का जल डालकर आपको स्नान करवाएंगे। इसमें आपको 30- 40 मिनट का समय लगेगा।
स्नान के बाद आप मंदिर परिसर में बने चेंजिंचें जिंग रूम में सूखे और साफ वस्त्र धारण कर के दर्शन के लिए आगे बड़ सकते हैं। रामेश्वरम मंदिर परिसर में शिवजी के 2 शिवलिंग है। पहला जो हनुमान जी कैलाश पर्वत से लाए थे और दूसरा जो सीता माता के द्वारा रेत से निर्मित किया गया था। इसकी क्रम में आपको यहां पर दोनो शिवलिंग के दर्शन करने होते हैं। यहां मंदिर के अंदर आपको बहुत ही अदभुत कारीगरी देखने को मिलेंगी।
रामेश्वरम मंदिर में भारत का सबसे बड़ा कॉरिडोर है जो की बहुत ही खूबसूरत है। मंदिर परिसर में ही लगे और भी मंदिर हैं जैसे कि अंबिका माता जी का मंदिर, हनुमान जी का मंदिर, पार्वती माता का मंदिर, आदि इन मंदिरों में जाकर भी आप दर्शन कर सकते हैं।
रामेश्वरम में खाने पीने की व्यवस्था।
रामेश्वरम मंदिर के आसपास खाने-पीने के लिए बहुत सारे रेस्टोरेंट्स वगैरह की सुविधा उपलब्ध है, जहां जाकर आप भोजन कर सकते हैं। यहां पर आपको थाली सिस्टम ₹ 100 में मिल जाएगा। रामेश्वरम मंदिर में लंगर की सुविधा भी उपलब्ध है, जहां पर आप चाहें तो भोजन कर सकते हैं। लंगर में सिर्फ लंच की व्यवस्था ही कराई गई है, जिसका समय दिन के 11 बजे से दोपहर 3 बजे का होता है।
रामेश्वरम में कहाँ घूम सकते हैं? (Places to visit in Rameswaram)
रामेश्वरम मंदिर में दर्शन करने के बाद आप पंचमुखी हनुमान मंदिर, श्री कलाम मेमोरियल, साक्षी हनुमान मंदिर, नंबू नयागी मंदिर, धनुषकोडी,देवकोट्टई, रामनाथपुरम, पुदुक्कोट्टाई, सेथुकरई,तूतीकोड़ि, अग्नितीर्थम,पंबन सेतु, गंधमधन पर्वथम ,अदम्स ब्रिज, पामबन ब्रिज, इंदिरा गाँधी सेतु, सी वर्ल्ड एक्वेरियम और अरियामन बीच को भी भेट दे सकते हैं।
इन सभी जगहों को घूमने के लिए आप बस, टैक्सी या ऑटो हायर कर सकते हैं। इन सभी जगहों को आप टैक्सी या ऑटो के माध्यम से ₹ 1000-1500 में विजिट कर सकते हैं।
रामेश्वर यात्रा में कुल खर्चा कितना आयेगा।
रामेश्वरम में प्रति व्यक्ति रहने, खाने और घूमने का खर्चे का अनुमान लगाये कम से कम २००० का खर्चा आ सकता हैं। अगर आप बड़े ग्रुप या परिवार के साथ जा रहे हैं तो आगामी बुकिंग करके खर्चे में सहूलियत कर सकते हैं। इसमें आपके शहर से रामेश्वरम को पहुंचने और वापस आने का खर्चा जोड़ा नहीं गया हैं।