आजकाल लोग ऐसी जगह का ट्रिप प्लान करने की सोचते हैं, जो नेचुरल हो और वहां का वातावरण शांत हो। ज्यादातर लोग भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचते हैं। यदि आप भी ऐसे प्लेस की तलाश में है, जो सुकून भरा हो, तो आपको उत्तराखंड के एबॉट माउंट (Abbott Mount trip ) जाना चाहिए। यहाँ का एटमॉस्फियर बहुत ही शानदार रहता है। यहाँ जाने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी लेना भी जरूरी है। इस आर्टिकल में हमने एबॉट माउंट से जुड़ी सारी जानकारी दी है, इसलिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
एबॉट माउंट का आकर्षक इतिहास (History of Abbott Mount)
एबॉट माउंट एक बहुत ही खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह उत्तराखंड राज्य के चंपावत जिले के काली कुमाऊं क्षेत्र की पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यह हिल स्टेशन 6,400 फीट की ऊंचाई पर है। इस जगह का नाम जॉन हेरोल्ड के नाम पर रखा गया है। वह एक ब्रिटिश व्यवसायी थे, जिन्होंने इस खूबसूरत हिल स्टेशन की खोज की थी। उन्होंने यहाँ पर 13 कॉटेज बनाए थे। एबॉट माउंट की स्थापना 20वीं सदी के शुरुआती दौर में “जॉन हेरोल्ड एबट” नामक अंग्रेज व्यवसायी ने की थी। यह पांच एकड़ के जंगल में फैला हुआ है।
एबॉट माउंट से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
गांव का नाम | एबॉट माउंट |
राज्य का नाम | उत्तराखंड |
बोली जाने वाली भाषाएं | कुमाउनी, गढ़वाली, हिंदी |
समुद्र तल से ऊंचाई | 6,400 फीट |
किस लिए प्रसिद्ध है | प्राकृतिक नजारों और शांत वातावरण के लिए |
एबट माउंट की विशेषताएं (Features of Abbott Mount)
- एबट माउंट में एक सुंदर चर्च है, जो पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है।
- एबट माउंट सरयू और महाकाली नदियों के संगम पंचेश्वर में महासीर मछली पकड़ने का बेस कैंप भी है।
- यहाँ चारों तरफ देवदार और चीड़ के घने जंगल हैं।
- यह हिल स्टेशन हिमालयी पक्षियों का घर है।
- यह एक ऐसी जगह है, जहाँ साल भर बेहतरीन मौसम रहता है। यहाँ आप ट्रैकिंग, मछली पकड़ना, पक्षी देखना और फोटोग्राफी जैसी कई एक्टिविटीज को कर सकते हैं।
एबॉट माउंट की संस्कृति (Culture of Abbott Mount in Hindi)
एबॉट माउंट की संस्कृति भारतीय और ब्रिटिश दोनों परंपराओं को फॉलो करती है। आपको यहाँ पर हाथ से बनी चीजें ज्यादा देखने को मिलेंगी, क्योंकि यहाँ के लोग शिल्पकला में बहुत अच्छे होते हैं। आपको यहाँ की संस्कृति बहुत पसंद आएगी, जिसे आप कभी भूल नहीं सकेंगे।
एबॉट माउंट में मनाये जाने वाले त्यौहार (Festivals of Abbott Mount in Hindi)
एबॉट माउंट के स्थानीय लोग दिवाली, होली, ईद और क्रिसमस जैसे सभी प्रमुख त्यौहारों को उत्साह और जोश के साथ मनाते हैं। इसके अलावा भी यहाँ कई त्यौहार मनाये जाते हैं, जैसे –
कुमाऊँ होली फेस्टिवल – यह त्यौहार मार्च के महीने में मनाया जाता है। इस त्यौहार को स्थानीय लोगों द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस त्यौहार में लोग पारंपरिक पोशाक पहनते हैं और ढोल की थाप पर नाचते हैं। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, और एकता का प्रतीक है।
नंदा देवी मेला – यह मेला सितंबर के महीने में मनाया जाता है, जिसे अल्मोड़ा में आयोजित किया जाता है। यह एबॉट माउंट से लगभग 70 किमी दूर है। यह उत्तराखंड के सबसे लोकप्रिय मेलों में से एक है। हर साल बड़ी संख्या में लोग इस मेले में आते हैं। यह मेला नंदा देवी का सम्मान करता है, जिन्हें उत्तराखंड की संरक्षक देवी माना जाता है।
बिखौती मेला – यह मेला अप्रैल के माह में आता है, जिसे भोवाली में आयोजित किया जाता है, जो एबॉट माउंट के करीब है।
उत्तरायणी मेला – यह जनवरी में मनाया जाता है। यह मेला बागेश्वर में लगता है, जो एबॉट माउंट से लगभग 80 किमी दूर है। यह वसंत ऋतु के आने की ख़ुशी में मनाया जाता है।
एबॉट माउंट का रहन सहन (Lifestyle of Abbott Mount in Hindi)
यहाँ के लोग गर्मजोशी और मेहमाननवाज़ी से भरे हुए हैं। ये लोग बहुत दोस्ताना हैं, जो पर्यटकों को अपनी कहानियां भी सुनाते हैं। आपको यहाँ के लोगों से मिलकर ऐसा लगेगा जैसे आप उनके पक्के दोस्त हों। इनका सादा रहन सहन भी आपको प्रभावित कर सकता है। ये लोग बहुत सिंपल होते हैं।
एबॉट माउंट की पारंपरिक वेशभूषा (Traditional Costumes of Abbott Mount)
यहाँ की महिलाएं आमतौर पर घाघरा और कमीज (शर्ट) को ब्लाउज के रूप में पहनती हैं। जो कि राजस्थानी महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले परिधान से काफी मिलता-जुलता है। यहाँ की महिलाएं पिचोरा भी पहनती हैं, जो शादियों और समारोहों के समय पहना जाने वाला परिधान है।
पुरुष पगड़ी या टोपी के साथ कुर्ता और पायजामा पहनते हैं। वे अपने गले या हाथों में ज्वेलरी भी पहनते हैं।
एबॉट माउंट का नृत्य (Dance of Abbott Mount in Hindi)
यहाँ के लोगों की रगों में लोक नृत्य बसा हुआ है। यहां के लोग समय समय पर अपने लोक नृत्यों को करते रहते हैं। इनके कुछ फेमस लोक नृत्य इस प्रकार हैं –
पांडव नृत्य – पांडव नृत्य महाभारत के पांडव भाइयों की कहानी को शुरू से अंत तक बताता है। इस नृत्य के जरिये ढोल की थाप पर उनके जीवन के विभिन्न चरणों को दिखाया जाता है। यह हर साल नवंबर से फरवरी के बीच किया जाता है, जो कि 10-12 दिनों तक चलता है।
भोटिया नृत्य – यह नृत्य मृत्यु संस्कार से जुड़ा हुआ है। भोटिया नृत्य किसी की मृत्यु के समय किया जाता है।
चोलिया नृत्य – इसे तलवार नृत्य भी कहते हैं। यह नृत्य शैली एक हज़ार साल पुरानी है। इसे स्थानीय राजपूत शादियों के समय किया जाता है।
अगर आप एबॉट माउंट घूमने जाते हैं, तो ऊपर बताए गए इन नृत्यों का आनंद भी ले सकते हैं।
एबॉट माउंट का खानपान (Abbott Mount Food in Hindi)
यहाँ के स्थानीय व्यंजनों में मुख्य रूप से गढ़वाली और कुमाऊनी खाने का टेस्ट होता है। आप यहाँ भट्ट की चुरकानी, आलू के गुटके, दाल की करी, काफ़ुली जैसी डिश का स्वाद ले सकते हैं। एक और लोकप्रिय डिश है चैनसू, जिसे काले चने की दाल से बनाया जाता है, और चावल या रोटी के साथ परोसा जाता है।
एबॉट माउंट में यदि आप खाने के लिए टेस्टी और फ्रेश खाना ढूंढ रहे हैं, तो आप इन रेस्टोरेंट्स में खाना ट्राय कर सकते हैं।
1) Abbott Mount Restaurant
Add – Abbot Mount Hills, Below Cricket Ground, Lohaghat, 262523, India.
2) Amar Jyoti Restaurant
Add – Khari Bazar Khari Bazar, Lohaghat
3) Hotel Cedar Valley
Add – Pancheswar Road, Lohaghat,Champawat, Uttarakhand,262523
4) The Mountain Cafe
Add – 10.3 km from Abbott Mount Cottage Shant bazar
5) My Food Junction
Add – Pithoragarh road GIC Chowk
10.4 km from Abbott Mount Cottage
इन जगहों पर आप एबॉट माउंट के स्थानीय खानों का भी टेस्ट ले सकते हैं।
एबॉट माउंट घूमने जाने का सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Abbott Mount in Hindi)
एबॉट माउंट घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से अक्टूबर तक गर्मियों में और शरद ऋतु के महीनों के दौरान होता है। इस समय मौसम सुहावना होता है। हल्के तापमान और साफ आसमान के साथ यह घूमने के लिए अच्छा होता है। गर्मियों के समय यहां का तापमान लगभग 7 डिग्री सेल्सियस से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। जो कि ट्रैकिंग, पक्षी देखना और फ़ोटोग्राफ़ी के लिए एकदम सही समय है। गर्मियों में हरियाली और खिले हुए फूल यहाँ की शांत सुंदरता में चार चाँद लगा देते हैं।
अक्टूबर से फरवरी के महीने भी यहाँ की ट्रिप के लिए अच्छे हैं। सर्दियों की शुरुआत के साथ ही यहां के एटमॉस्फियर में चेंजेज होने लगते हैं, क्योंकि तापमान गिर जाता है, जो अक्सर शून्य तक पहुंच जाता है, जिससे एबॉट माउंट बर्फ की चादर में लिपट जाता है।
एबॉट माउंट में घूमने लायक जगह (Places to Visit in Abbott Mount)
1) एबॉट माउंट चर्च (Abbott Mount Church)
एबॉट माउंट जैसी शानदार जगह में घूमने के लिए एबॉट माउंट चर्च एक बेस्ट चॉइस है। इस चर्च का निर्माण सन 1942 में हुआ था। यह चर्च समुद्र तल से करीब 6 हजार से ज्यादा फीट की ऊंचाई पर है, इसलिए लोग यहाँ पर ट्रैकिंग करते हुए भी पहुंचते हैं।
2) चिनेश्वर वॉटरफॉल (Chineshwar Waterfall)
चिनेश्वर वॉटरफॉल बहुत ही खूबसूरत वॉटरफॉल है। यह कुमाऊं क्षेत्र में काफी फेमस वाटरफॉल है। इसे देखने के लिए मानसून में पर्यटक ज्यादा आते हैं, क्योंकि इस मौसम में इसकी खूबसूरती और भी बढ़ जाती है।
3) लोहाघाट (Lohaghat)
एबॉट माउन्ट के आसपास घूमने के लिए लोहाघाट भी एक अच्छा ऑप्शन है। यह प्लेस देवदार के पेड़, झीलों और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के बीच बसा हुआ है। यह जगह एबॉट माउंट से लगभग 7 किलोमीटर की दूरी पर है।
4) मायावती आश्रम (Mayawati Ashram)
मायावती आश्रम को अद्वैत आश्रम के नाम से भी जाना जाता है। यह प्लेस उत्तराखंड के चंपावत जिले के लोहाघाट क्षेत्र में आता है। यहाँ पुराने चाय बागान हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। दुनिया भर से कई भक्त इस आश्रम में आते हैं। यह एबॉट माउंट से 16 किमी की दूरी पर स्थित है।
5) पंचेश्वर महादेव मंदिर (Pancheshwar Mahadev Temple)
पंचेश्वर महादेव मंदिर एबॉट माउंट से 45 किमी की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव का एक पवित्र मंदिर है, जो चंपावत जिले में लोहाघाट के पास है।
यह शारदा और काली नदी के संगम पर भारत-नेपाल सीमा की तलहटी में स्थित है। इस मंदिर को स्थानीय लोग चौमू (इष्ट देवता) के नाम से भी जानते हैं। इस मंदिर में ज्यादातर लोग चैत्र नवरात्रि के समय आते हैं। यह कुमाऊनी और गढ़वाली लोगों द्वारा मार्च-अप्रैल के महीनों में मनाया जाने वाला त्यौहार है।
6) चंपावत (Champawat)
चंपावत एबॉट माउंट से करीब 12 किमी की दूरी पर है। यह उत्तराखंड के सबसे पूर्वी शहरों में से एक है, जो समुद्र तल से 1,670 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।
चंपावत अपने प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। जिनमे से कुछ हिंदू मंदिरों में बालेश्वर मंदिर, नागनाथ मंदिर और क्रांतेश्वर मंदिर शामिल हैं। यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए भी जाने जाते हैं।
7) रीठा मीठा साहिब (Reetha Meetha Sahib)
रीठा मीठा साहिब एक गुरुद्वारा है, जो उत्तराखंड के चंपावत जिले में द्यूरी नामक एक छोटे से गांव में स्थित है। इसे सिखों द्वारा पवित्र माना जाता है, और यह चंपावत से लगभग 72 किमी दूर स्थित है।
8) बाणासुर का किला (Banasur Fort)
इस किले के बारे में बताया जाता है कि यह किला राजा बाली की हजार भुजाओं वाले पुत्र बाणासुर की याद में बनाया गया था। बाणासुर का वध भगवान कृष्ण ने किया था। चंपावत जिले में लोहाघाट से 7 किलोमीटर दूर स्थित इस किले से हिमालय की खूबसूरत चोटियों को देखा जा सकता है। इस किले तक पहुंचने के लिए यात्रियों को 2 किलोमीटर की आसान ढलान पर चलना पड़ता है।
9) माँ बाराही देवी मंदिर (Maa Barahi Devi Temple)
माँ बाराही देवी मंदिर चंपावत में स्थित है। यह मंदिर बग्वाल मेले के लिए प्रसिद्ध है। इस मेले की खासियत यह है कि इसमें लोग एक दूसरे पर पत्थर फेंकते हैं। इस मंदिर की अनोखी बात यह है कि किसी को भी देवी की आँखों को देखने की अनुमति नहीं है। अगर कोई गलती से उनकी आँखों को देख ले, तो वह अंधा हो सकता है।
10) बनलेखी मंदिर (Banlekhi Temple)
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। बनलेखी मंदिर अपनी अनोखी वास्तुकला और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। आप एबॉट माउंट घूमने के साथ साथ ऊपर बताए गईं इन जगहों का मजा भी ले सकते हैं।
एबॉट माउंट में रुकने की जगह (Where To Stay In Abbott Mount) –
इस हिल स्टेशन पर कुछ कॉटेज हैं, जो अच्छी रुकने की जगह देते हैं। अल्मोड़ा के नज़दीकी इलाकों में आपको कई होटल और रिसॉर्ट भी मिल जाएँगे। यहाँ आपको आपके बजट के अनुसार कई ऑप्शन मिल सकते हैं।
एबॉट माउंट में खरीदारी (Shopping in Abbott Mount)
एबॉट माउंट उत्तराखंड के चंपावत जिले में एक छोटा सा हिल स्टेशन है। यहाँ आपको शॉपिंग के लिए कई चीजें मिल जाएँगी, जिसे आप ले सकते हैं, जैसे –
- हाथ से बने शॉल – एबॉट माउंट पश्मीना ऊन से बने शॉल के लिए जाना जाता है, जो गर्म और आरामदायक होते हैं।
- अचार और जैम – यहाँ स्थानीय रूप से बने अचार और जैम ज़रूर चख सकते हैं। जो बहुत टेस्टी होते हैं।
- चाय – एबॉट माउंट चाय के बागानों से घिरा हुआ है, जहां से आप ताज़ी चाय की पत्तियां ले सकते हैं।
- लकड़ी के Handicrafts – आप स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाई गई मूर्तियां, कटोरे और ट्रे जैसे सुंदर लकड़ी के हस्तशिल्प ले सकते हैं।
एबॉट माउंट कैसे जाएं (How to Reach Abbott Mount) –
एबॉट माउंट जाने के लिए आपको कई ऑप्शन मिल जायेंगे, जैसे –
एबॉट माउंट का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है, जो लगभग 187 किमी दूर है। यहां से नई दिल्ली के लिए रोजाना उड़ानें हैं। यहाँ से हिल स्टेशन तक टैक्सी ली जा सकती है।
एबॉट माउंट तक पहुंचने के लिए सबसे नजदीक केवल दो रेलवे स्टेशन हैं – एक काठगोदाम (लगभग 9 किमी दूर) और दूसरा टनकपुर (लगभग 185 किमी दूर)। यहाँ से एबॉट माउंट तक टैक्सियाँ चलती हैं।
एबॉट माउंट सड़कों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। लोहाघाट (लगभग 7 किमी दूर) तक बसें और टैक्सी चलती हैं, जहाँ से टैक्सी किराए पर ली जा सकती है। नई दिल्ली से भी बसें चलती हैं।
एबॉट माउंट के लिए टूर पैकेज (Best Abbott Mount Tour Packages)
Tour Name – एबॉट माउंट टूर पैकेज
Destinations – काठगोदाम-एबॉट माउंट-पंचेश्वर-मायावती आश्रम
Tour Duration – 05 रातें / 06 दिन
यात्रा मूल्य- 18,500/- प्रति व्यक्ति
FAQs
Q. क्या एबॉट माउंट में रुकने के लिए सुविधाएं मिल जाती हैं?
A. हां, एबॉट माउंट में कई तरह के गेस्ट हाउस, कॉटेज और होटल हैं, जो सुंदर वातावरण के साथ आरामदायक ठहरने की सुविधा भी देते हैं। विशेष रूप से पीक टूरिस्ट सीजन के समय पहले से ही बुकिंग करवाना अच्छा रहता है।
Q. क्या एबॉट माउंट की यात्रा के दौरान गर्म कपड़े ले जाना जरूरी है?
A. गर्म कपड़े साथ ले जाना अच्छा है, खासकर सर्दियों के महीनों (नवंबर से फरवरी) में। क्योंकि उस समय तापमान में काफी गिरावट आ सकती है। गर्मियों के महीनों में भी शाम और रातें ठंडी हो सकती हैं, इसलिए हल्का जैकेट या स्वेटर साथ रखना अच्छा रहता है।
Q. एबॉट माउंट में क्या खास है?
A. एबॉट माउंट में ट्रैकिंग ट्रेल्स, प्रकृति की सैर, पक्षी देखना, हिमालय के सुंदर दृश्य, चंपावत मंदिर और बालेश्वर जैसे प्राचीन मंदिर हैं, जिसे देखने पर्यटक आते हैं।
Q. क्या एबॉट माउंट अकेले यात्रियों या परिवारों के लिए सुरक्षित है?
A. एबॉट माउंट अकेले यात्रियों के साथ-साथ परिवारों के लिए भी एक सुरक्षित जगह है। यहाँ स्थानीय लोग पर्यटकों का स्वागत करते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको एबॉट माउंट के बारे में जानकारी दी है। जिसमें हमने आपको एबॉट माउंट के आकर्षक इतिहास, वहां की संस्कृति, रहन सहन, खान पान और वेशभूषा के बारे में बताया है। इसके अलावा वहां जाने से सही समय के बारे में भी बताया है।
एबॉट माउंट कैसे पहुंचे और कहाँ रुके, कहाँ कहाँ घूमें यह भी बताया है। साथ ही वहां जाने में कितना खर्चा आएगा और खरीदारी क्या क्या कर सेट हैं, इसके बारे में भी जानकारी दी है। आशा करते हैं कि आपको एबॉट माउंट से सम्बंधित सारी जानकारियां मददगार लगी होंगी। यदि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो, तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें, Thanks!