जोशीमठ की 10 अनोखी जगह, जहां आप बार बार जाना चाहिए | Joshimath, Uttarakhand

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Joshimath trip Uttarakhand : Image source

आप यदि किसी ऐसे हिल स्टेशन जाने का प्लान बना रहे हैं, जो घूमने के साथ साथ धार्मिक भी हो, तो आपको जोशीमठ का ट्रिप प्लान करना चाहिए। यह जगह पवित्र होने के साथ साथ धार्मिक भी है। यहाँ आपको खूबसूरत पहाड़, घास के हरे हरे मैदान, और ऊँचे ऊँचे पेड़ देखने को मिलेंगे। लेकिन यहाँ का ट्रिप प्लान करने से पहले जोशीमठ के बारे में पूरी जानकारी लेना भी जरूरी है। इसके लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

Table of Contents

जोशीमठ का इतिहास (History of Joshimath) – 

History of Joshimath

जोशीमठ को ज्योतिर्मठ के नाम से भी जाना जाता है। यह उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक नगर है। यहाँ पर हिन्दुओं की प्रसिद्ध ज्योतिष पीठ है। 8वीं सदी में यहीं पर आदि शंकराचार्य ने शहतूत के वृक्ष के नीचे कठिन तपस्या की और ज्ञान प्राप्त किया। यहीं पर उन्होंने सबसे पहले मठ की स्थापना की थी। यह कई हिमालय पर्वतारोहण अभियानों, ट्रैकिंग और बद्रीनाथ जैसे तीर्थ केंद्रों का प्रवेश द्वार भी है। 

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जोशीमठ के बारे में कुछ जरूरी बातें –

जिले का नामजोशीमठ
राज्य का नामउत्तराखंड
कुल जनसंख्यातकरीबन 16,709
साक्षरता95.23%
कौन सी भाषा बोली जाती हैहिंदी, गढ़वाली
क्यों प्रसिद्ध हैधार्मिक स्थल होने के कारण यह प्रसिद्ध है।

जोशीमठ की संस्कृति (Culture of Joshimath in Hindi) –

जोशीमठ की संस्कृति की बात करें, तो यहाँ प्राचीन मंदिर है। साथ ही यह हिन्दुओं का बहुत पवित्र स्थान है। इस कारण यहाँ की संस्कृति में आपको धार्मिक झलक देखने को मिलेगी। आपको यहाँ आकर शांति का अनुभव होगा। जो लोग एक बार इस जगह पर आते हैं, उन्हें बार बार यहां पर आने का मन करता है। 

जोशीमठ के त्यौहार (Festivals of Joshimath in Hindi) –

अगर जोशीमठ के त्योहारों की बात करें, तो यहां पर धार्मिक तरीके से त्यौहारों को मनाया जाता है। आइए जानें जोशीमठ के कुछ प्रमुख त्योहारों के बारे में – 

  • uncheckedचुन्या (Chunya) – 

मकर संक्रांति के त्यौहार को यहाँ पर स्थानीय भाषा में चुन्या के नाम से जाना जाता है। 

  • uncheckedमहाशिवरात्रि (Mahashivratri) – 

यह त्यौहार भी यहाँ पर धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन शिव जी की पूजा अर्चना की जाती है। 

  • uncheckedनंदा देवी-मेला (Nanda Devi-Fair) – 

उत्तराखंड के हर क्षेत्र में इस त्यौहार को लोग बहुत ख़ुशी के साथ मनाते हैं। साथ ही मेले में शामिल भी होते हैं। 

  • uncheckedगंगा दशहरा (Ganga Dussehra) – 

इस त्यौहार को बहुत पवित्र त्यौहार माना जाता है। इस दिन गंगा नदी की पूजा की जाती है। 

जोशीमठ का रहन सहन (Lifestyle of Joshimath in Hindi) –

जोशीमठ का रहन सहन बहुत ही साधारण है। यहाँ के लोग बहुत ही मिलनसार हैं, जो पर्यटकों का विशेष ख्याल भी रखते हैं। यहाँ पर आकर आपको अपनापन महसूस होगा। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहाँ पर लोग रात्रि में जल्दी सो जाते हैं और इनकी सुबह भी जल्दी होती है।  

जोशीमठ की पारंपरिक वेशभूषा (Traditional Costumes of Joshimath) –

जोशीमठ की पारंपरिक वेशभूषा बहुत ही सुन्दर और आकर्षक है। यहाँ पर महिलाएं घाघर पहनती हैं, जो कमर पर बांधे जाना वाला घेरदार वस्त्र होता है। इसके साथ घोती, पाखुला भी पहाड़ी महिलाएं पहनती हैं। यहां पर विवाहित महिलाओं द्वारा पिछौड़ा पहना जाता है। यहाँ के पुरुष ठण्ड से बचने के लिए दोखा नाम का वस्त्र पहनते हैं। यह शरीर को गर्म रखता है। 

जोशीमठ का नृत्य (Dance of Joshimath in Hindi) –

जोशीमठ के लोगों ने अपनी सांस्कृतिक परंपरा को संगीत एवं नृत्य के रूप में बरक़रार रखा हुआ है। यहाँ पर जो गीत और नृत्य होते हैं वो या तो धार्मिक होते हैं या फिर वहां रहने वाले लोगों की जीवन शैली पर आधारित होते हैं। जोशीमठ के कुछ प्रसिद्ध नृत्य इस प्रकार हैं – 

  • थाडिया नृत्य यहाँ का प्रमुख लोकनृत्य है, जो बसंत पंचमी के समय किया जाता है। यह नृत्य वसंत आने की ख़ुशी में किया जाता है। 
  • झुमेला नृत्य भी जोशीमठ के प्रसिद्ध नृत्यों में शामिल है। इसे दीपावली के त्यौहार पर किया जाता है। 
  • पांडव नृत्य को सर्दियों में फसल कटने के बाद किया जाता है। इस नृत्य में महाभारत की घटनाओं को दिखाया जाता है। 
  • इसके अलावा जागर और जीतू बगडवाल जैसे नृत्यों को भी यहाँ पर बहुत ही धूमधाम के साथ किया जाता है, जिसमें नृत्य के जरिये पौराणिक कथाओं को दिखाया जाता है।  

जोशीमठ का खानपान (Joshimath Foods in Hindi) –

जोशीमठ में आपको खानपान के लिए शुद्ध शाकाहारी और स्वादिष्ट खाना मिलेगा। आप यहाँ पर इन चीजों का स्वाद ले सकते हैं, जैसे –   

कफौली (Kafouli) – कफौली हरी पत्तेदार सब्जियों से बनी एक ग्रेवी वाली डिश होती है। पालक के पत्तों से बनी कफौली यहाँ की सबसे आम डिश है। इसे रोटी या उबले चावल के साथ परोसा जाता है। 

चैनसू (Chainsoo) – चैनसू काले चने की दाल का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। यह भी आपको यहाँ पर आसानी से मिल जाएगी। इस डिश को यहाँ पर चावल के साथ खाया जाता है। 

फानु (Phaanu) – फानू को भी चेनसू की तरह दालों से बनाया जाता है। बस इसे बनाने का तरीका चैनसु से थोड़ा अलग होता है। इस डिश को चावल के साथ यहाँ पर बहुत चाव से खाया जाता है। 

थेचवानी (Thechwani) – थेचवानी को मूली की जड़ या फिर आलू का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए सभी सामग्री को कूटा जाता है। इस कारण ही इसका नाम थेचवानी पड़ा है। यह भी यहाँ की फेमस डिश में आती है। 

रोट (Roat) – इस गढ़वाली व्यंजन को शादी या धार्मिक समारोहों के समय तैयार किया जाता है। इसके साथ आलू- टमाटर का झोल परोसा जाता है, जो खाने में बहुत लजीज होता है। इसके अलावा आप यहाँ पर झोली, तिल की चटनी, बरी, अरसा आदि का टेस्ट भी ले सकते हैं। 

जोशीमठ में घूमने लायक जगह (Top 10 Places to Visit in Joshimath) –

जोशीमठ में आपको घूमने के लिए कई जगहें मिल जाएंगी, जो बहुत ही खूबसूरत हैं, जैसे –

1) गोविंदघाट (Govindghat) –

यह एक धार्मिक स्थल है, साथ ही आकर्षक पर्यटन स्थल भी है। यह शानदार शहर बद्रीनाथ के रास्ते में आता है। पहाड़ों के बीचों बीच बसा होने के कारण यहाँ के नाजरे पर्यटकों को बहुत पसंद आते हैं। ट्रेकिंग के लिए भी यह बहुत अच्छी जगह है। 

क्या है खास – गोविंदघाट अल्पाइन फूलों के लिए जाना जाता है।

2) नंदा देवी नेशनल पार्क (Nanda Devi National Park) –

जोशीमठ की खूबसूरती में नंदा देवी नेशनल पार्क चार चाँद लगाने का काम करता है। यहाँ पर आपको उत्तराखंड की अद्भुत वनस्पतियों और जीवों को करीब से देखने का मौका मिल जायेगा।

क्या है खास – यह हर तरह के फूलों के लिए जाना जाता है। यह जगह जंगल सफारी के लिए प्रसिद्ध है।  

3) नरसिंह मंदिर (Narasimha Temple) –

वादियों के बीच स्थित यह मंदिर पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींचता है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर के चारों तरफ पहाड़ और पेड़ पौधे हैं, जो बहुत सुन्दर लगते हैं।

क्या है खास – सर्दियों में यहाँ पर खूबसूरत फूल खिलते हैं, जिसे देखने के लिए पर्यटक आते हैं। 

4) तपोवन (Tapovan) –

तपोवन भी पर्यटकों के लिए एक शानदार जगह है। यहाँ पर आपको ताजा ताजा हरी घास के मैदानों और पहाड़ियों की सुंदरता देखने को मिलेगी। शांति की तलाश कर रहे लोगों के लिए यह जगह आदर्श जगह है। यह शहर से 99 किमी दूर स्थित है। आप बस या फिर स्थानीय साधन से यहाँ आसानी से पहुंच सकते हैं।

क्या है खास – तपोवन लोगों को औषधीय इस्तेमाल के लिए पानी देता है, जिससे त्वचा के रोग ठीक हो जाते हैं।

5) ज्योतिर्मठ मंदिर (Jyotirmath Temple) –

जोशीमठ में घूमने के लिए ज्योतिर्मठ मंदिर भी है। इसे श्री शंकराचार्य मठ के नाम से भी जाना जाता है, जो भारत के विभिन्न स्थानों पर स्थित चार अन्य मठों में से एक है। 

क्या है खास – 200 साल पुराना एक पेड़ यहां आने-जाने वाले पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है, जिसे कल्पवृक्ष के नाम से जाना जाता है।

6) औली रोपवे (Auli Ropeway) –

जोशीमठ में आप यदि कुछ एडवेंचर भी चाहते हैं, तो आप रोपवे का मजा ले सकते हैं। यह रोपवे शहर से कुछ ही दूरी पर है। इसे स्थानीय भाषा में गोंडोला भी कहा जाता है। यह औली को जोशीमठ से जोड़ती है। यह समुद्र तल से 3010 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

क्या है खास – ऐसा कहा जाता है कि यह रोपवे भारत का सबसे ऊंचा और सबसे लंबा रोपवे है,  जो करीब 4 किलोमीटर लंबा है। 

7) भविष्य बद्री (Bhavishya Badri) –

भविष्य बद्री पंच बद्री मंदिरों में से एक माना जाता है। यह जोशीमठ के समीप 2744 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। तपोवन से आगे की ओर भविष्य बद्री जोशीमठ से 17 किमी दूर सुभैन गांव में स्थित है। भविष्य बद्री में एक सुंदर पानी का झरना है और इस स्थान पर कई देवदार के पेड़ हैं।

क्या है खास – यह भगवान विष्णु का मंदिर है और इसे बद्रीनाथ का भविष्य का स्थान माना जाता है। 

8) नीति घाटी (Niti Valley) –

नीति, जोशीमठ की नीति घाटी में स्थित एक छोटा सा गाँव है। नीति, चमोली जिले में भारत-तिब्बत सीमा का आखिरी गांव और चौकी है। यह 3600 मीटर की ऊंचाई पर दक्षिणी तिब्बती सीमा के पास स्थित है।

क्या है खास – सर्दियों के मौसम में नीति गांव और घाटी भारी बर्फ से ढक जाती है। 

9) चिनाब झील (Chenab Lake) –

चिनाब झील जोशीमठ के पास एक छोटी क्रिस्टलीय पानी की झील है। यहां पहुंचने के लिए रास्ते कच्चे हैं, इसके बावजूद भी टूरिस्ट चिनाब झील की सुंदरता को देखने के लिए आते हैं। 

क्या है खास – जोशीमठ के आखिरी गांव डांग गांव को पार करने के बाद चिनाब झील तक पहुंचा जा सकता है।

10) चेनाप घाटी (Chenap Valley) – छिपा हुआ रत्न

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित, चेनाप घाटी उत्तराखंड के छिपे हुए रत्नों में से एक है, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। यहां पर द्रोणगिरि की बर्फ से ढकी चोटियों के अद्भुत नज़ारे देखने को मिलते हैं। 

क्या है खास – चेनाप घाटी ओक-देवदार के जंगलों और घास के मैदानों से भरा पड़ा है। 

जोशीमठ घूमने के लिए अच्छा समय (Best Time to Visit Joshimath)

यदि आप जानना चाहते हैं कि किस मौसम में जोशीमठ जाना सबसे अच्छा रहेगा, तो आपको बता दें कि अप्रैल से लेकर जून और सितंबर से लेकर नवंबर तक का समय अच्छा होता है। इस समय आपको यहां घूमने में आसानी होगी और आप यहाँ प्रकृति का आसानी से मजा ले सकते हैं।

जोशीमठ में रुकने की जगह (Where To Stay In Joshimath) –

यहां आपको सभी बजट के कम लागत वाले होटल से लेकर लग्जरी डीलक्स होटल, होमस्टे से लेकर हेरिटेज होटल तक आसानी से मिल जायेंगे – 

  • होटल द्रोणगिरि – होटल द्रोणागिरी जोशीमठ के मुख्य शहर में स्थित है।
  • जोशीमठ में चार धाम शिविर – जोशीमठ में चार धाम शिविर यह जोशीमठ के सबसे पर्यावरण-अनुकूल होटलों में से एक है।
  • नंदा इन वाइल्ड इको लॉज – रहने के लिए सबसे अच्छी जगह, घर का बना खाना और आरामदायक योग आदि आपको यहां मिल जायेंगे। 

जोशीमठ कैसे जाएं (How to Reach Joshimath) –

हम आपको जोशीमठ पहुंचने के लिए कई विकल्प बता रहे हैं, जिसे आप अपनी सुविधा के अनुसार चुन सकते हैं, और जोशीमठ तक आराम से पहुंच सकते हैं – 

हवाई रास्ते से (By Air) – जोशीमठ पहुंचने के लिए सबसे नजदीक का एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून में है। यहाँ से आपको प्राइवेट टैक्सी मिल जाएगी, जो आपको जोशीमठ तक आसानी से पहुंचा सकती है।

ट्रेन के रास्ते से (By Train) – जोशीमठ जाने के लिए आप ट्रेन का सफर भी कर सकते हैं। इसके लिए सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन ऋषिकेश का है। यहाँ से आपको जोशीमठ के लिए ऑटो, टैक्सी, बस आदि की सुविधाएं आसानी से मिल जाएगी।

सड़क के रास्ते से (By Road) – यदि आप सड़क मार्ग से जाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको पहले दिल्ली पहुंचना होगा उसके बाद आप बस या अपने निजी वाहन से ऋषिकेश होते हुए जोशीमठ पहुंच सकते हैं। 

जोशीमठ के लिए टूर पैकेज (Best Joshimath Tour Packages) –

(जोशीमठ, बद्रीनाथ, रुद्रप्रयाग) –  ₹ 16,000* – 4 Nights / 5 Days

शॉपिंग (Shopping) –

जोशीमठ में आपको शॉपिंग करने के लिए कई चीजें मिल जाएंगी। आप यहाँ से धार्मिक वस्तुएं भी घर ले जा सकते हैं। इसके अलावा यहाँ आपको तिब्बती सामान भी मिल जायेंगे, जिसमें ठंड के खूबसूरत कपड़े बहुत अच्छे मिलते हैं। आप इन्हें अपनी शॉपिंग में शामिल कर सकते हैं।

FAQs –

Q. जोशीमठ में कौन सी नदी है?

A. जोशीमठ में पवित्र नदी धौलीगंगा है। 

Q. जोशीमठ का दूसरा नाम क्या है?

A. जोशीमठ को “ज्योतिर्मठ” के नाम से भी जाना जाता है। 

Q. जोशीमठ में कौन सा प्रसिद्ध मंदिर है?

A. जोशीमठ में नरसिंह मंदिर सबसे प्रसिद्ध है। 

Q. जोशीमठ घूमने के लिए कितने दिन लगते हैं?

A. जोशीमठ घूमने के लिए एक से दो दिन बहुत होते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion) –

इस आर्टिकल में हमने आपको जोशीमठ के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया है। जिसमे हमने आपको जोशीमठ के इतिहास, संस्कृति, खान पान, रहन सहन के बारे में भी बताया है। 

साथ ही वहां पर आप जोशीमठ के अलावा और कहाँ कहाँ घूम सकते हैं और किस मौसम में आपको जाना चाहिए इसके बारे में भी बता दिया है। आप जोशीमठ कैसे जाये, कहाँ रुकें? और वहां जाने के लिए कितना बजट लगेगा यदि यह प्रश्न भी आपके मन में है, तो आपको इसका उत्तर भी आर्टिकल में मिल गया होगा। 

आशा है कि आपको जोशीमठ से जुड़ी सारी जानकारी काम की लगी होगी। यदि आपको हमारा आर्टिकल पसंद आया हो तो आप इसे सोशल मीडिया पर भी शेयर करें,

Thanks!

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