गुरूडोंगमर झील - सिक्किम की शान और पर्यटकों की जान है

राजधानी गंगटोक से लगभग 190 किलो मीटर की दूरी पर स्थित यह झील बहुत ही पवित्र और खूबसूरत है।

गुरूडोंगमर झील की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 17800 फीट है | यह झील जितनी साफ है उससे कंही ज्यादा खूबसूरत भी है 

यहां की मान्यता है कि जब गुरू नानकदेव जी तिब्बत जा रहे थे तो वह यहां अपनी प्यास बुझाने के लिए रुके थे। 

इस झील की खूबसूरती दूर-दूर तक फैला इसका नीला पानी और चारों तरफ घिरे पहाड़ इसे 'जन्नत' जैसा रूप देते हैं। इस लेक को बौध, सिख और हिंदुओं का पवित्र स्थल माना जाता है।

सिक्किम के कुछ पर्यटन स्थल ऐसे हैं जंहा सिर्फ भारतीय पर्यटक ही जा सकते हैं जिनमें से गुरुडोंगमार लेक एक है 

अगर आप गुरूडोंगमर झील घूमने या देखने जा रहे हैं तो आपके रहने कि उत्तम वयवस्था लाचेन में है, जोकि इस लेक से 68 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

जितनी सुबह आप निकले उतना बेहतर आपके लिए रहेगा क्योंकि ढलते दिन के साथ ही ऊंचाई पर मौसम खराब हो जाता है। ऊंचाई पर सांस लेने में भी दिक्कत हो सकती है। 

यहां साल भर  ज्यादातर वक्त जमा ही रहता है, इसलिए यहां जाने का सबसे सही समय अप्रैल से जुलाई के बीच का है।

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