राजधानी रायपुर से लगभग 230 किमी कि दूरी पर स्थित कोंडागांव छत्तीसगढ़ के प्रमुख जिलों में से एक है। इस जिले में मुख्य रूप से आदिवासी लोग बहुत ज्यादा पाए जाते हैं।
आपने अक्सर किताबों होगा नारंगी नदी के बारे में जो कोण्डागावं में ही बहती है। आज हम कोण्डागावं में घूमने पर्यटन स्थलों के बारे में बतायंगे।
बंधा तालाब कोंडागांव जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इस तालाब के पास में एक बहुत सुंदर गार्डन बना हुआ है।
भगवान शिव जी को समर्पित कोपाबेड़ा शिव मंदिर कोंडागांव जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। इस मंदिर को महाकालेश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
यह भी कहा जाता है इस शिवलिंग के बारे में कि यह शिवलिंग अपने आकार में हर साल बढ़ते जा रहा है। महाशिवरात्रि के समय बहुत विशाल मेला लगता है।
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घने जंगल के भीतर कोसारटेडा बांध कोंडागांव जिले का एक सुंदर रमणीय स्थल है। यह एक सुंदर जलाशय है।
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कोंडागांव जिले के फारसगांव में स्थित जटायु शिला में आपको बहुत बड़ी-बड़ी चट्टानें देखने को मिलेगी।
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पिकनिक के लिए अच्छा स्पॉट है लेकिन आपको यहां पर अपने साथ पीने का पानी जरूर लाएं, क्योंकि यहां पर किसी भी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
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कोण्डागावं के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक मां लिंगेश्वरी देवी मंदिर ग्राम आलोर में स्थित है। लिंगेश्वरी मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है।
ऊँची पहाड़ी के ऊपर यह मंदिर दंतेश्वरी माता को समर्पित है। ऊंचाई पर पंहुचने के बाद प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ बहुत सारी प्राचीन प्रतिमाएं भी देखने को मिलेगी।
मंदिर पांचवी और सातवीं शताब्दी में बनाए गए गोबरहीन शिव मंदिर कोंडागांव जिले का एक मुख्य धार्मिक स्थल है।
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रायपुर जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में बटराली नामक गांव से करीब 3 किमी दूर पश्चिम में गढ़ धनोरा गांव में स्थित प्राचीन मंदिर हुआ करता था। अब यहां पर अवशेष ही देखने के लिए मिलते हैं।
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अगर ट्रैकिंग का शौक है तो लिंगो धारा जलप्रपात कोंडागांव में केशकाल घाटी के पास में स्थित एक सुंदर जलप्रपात है। क्योकि यंहा जाने अच्छी सड़क नहीं है।
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छत्तीसगढ़ में घूमने वाले प्रमुख पर्यटन स्थल
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